पटना: बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद की महिला विधायक रेखा देवी पर विवादित बात कही थी, जिस पर महिला विधायक ने कहा था कि वे मुख्यमंत्री हैं, लेकिन महिलाओं से बात करने का एक तरीका होता है, इसका मतलब यह है कि मुख्यमंत्री भूल गए हैं कि महिला से कैसे बात करनी […]
पटना: बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद की महिला विधायक रेखा देवी पर विवादित बात कही थी, जिस पर महिला विधायक ने कहा था कि वे मुख्यमंत्री हैं, लेकिन महिलाओं से बात करने का एक तरीका होता है, इसका मतलब यह है कि मुख्यमंत्री भूल गए हैं कि महिला से कैसे बात करनी है.
राजद नेता रेखा देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे बताइए मुख्यमंत्री महिला से कहते हैं कि वो कुछ नहीं जानती हैं. महिला कैसे आ गई. हमारा कहना है कि मुख्यमंत्री महिलाओं का अपमान करना बंद करें. महिलाओं को सम्मान दें. हर घर में महिला मां है, बहू है, बेटी है, बहन है और उसके साथ इस तरह से वर्ताव किया जाता है.
जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह महिलाओं और बेटियों के लिए बहुत काम करते हैं, तो रेखा देवी ने कहा, “बेटियों को आगे बढ़ाया जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री को यह नहीं दिखता कि बेटियों के साथ क्या हो रहा है. बेटियां कहीं भी सुरक्षित हैं. मुख्यमंत्री को महिलाओं से माफ़ी मांगनी चाहिए.”
सत्र के दौरान जब विपक्ष के नेता आरक्षण को लेकर सदन में हंगामा कर रहे थे, उस दौरन नीतीश कुमार का भाषण जारी था. जिसपर नीतीश कुमार गुस्सा कर विपक्षी दलों से अपील कर रहे थे कि वह उनकी बात सुन लें लेकिन उसी दौरान राजद की एक महिला विधायक खड़ी होकर हंगामा शुरू कर दी। जिसके बाद नीतीश कुमार राजद विधायक से कहा कि अरे महिला हो, कुछ जानती नहीं हो।
सीएम नीतीश ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा, “ये लोग कभी कोई महिला को आगे बढ़ाया है. 2005 के बाद ही बढ़ाना शुरू किए हैं ना. इसीलिए कह रहे हैं, चुपचाप सुनो. हम तो सुनाएंगे अगर आप नहीं सुनेंगे तो ये आपकी गलती है.”
इस दौरान नीतीश कुमार जाति जनगणना पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, “जब सर्वसम्मति से जाति जनगणना हुई और पिछड़ों की संख्या ज़्यादा निकली तो हमने आरक्षण की सीमा 50 फ़ीसदी से बढ़ाकर 75 फ़ीसदी कर दी। केंद्र सरकार ने सवर्णों के लिए 10 फ़ीसदी आरक्षण लागू किया था, तो हमने उसे भी लागू किया। हमने हर परिवार की आर्थिक स्थिति की जानकारी ली।”