पटना। बिहार विधानसभा में बुधवार को जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। हंगामे के दौरान सूबे के मुखिया नीतीश एवं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सरकार पर आरोप लगाया कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार से समझौता करते हैं। साथ ही उन्होंने आगुवानी घाट पुल के गिरने का मामला भी उठाया। सदन में सरकार की तरफ से जवाब नहीं मिलने पर गुस्साए बीजेपी विधायकों ने कुर्सी तोड़ दी।
भड़के तेजस्वी
बता दें कि बिहार विधानसभा में इन दिनों मानसून सत्र चल रही है। मंगलवार को भी बिहार विधानसभा में कुर्सियां फेंकी गई थी। वहीं बुधवार को लैंड फॉर जॉब्स मामले में भाजपा तेजस्वी यादव का इस्तीफा मांग रही थी। इसपर जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि 2017 में चार्जशीट हुई है। 6 साल बीत गए है। मुझे डिप्टी सीएम का शपथ लेने से क्यों नहीं रोका। अब जब मैं डिप्टी सीएम बन गया हूं तो सवाल उठा रहे हैं।
विधायकों वाला आचरण नहीं
तेजस्वी के बोलने के दौरान ही बीजेपी विधायक नीरज बबलू ने कुर्सी उठाकर फेंका। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि कोई भी ऐसा कार्य न करे कि मुझे कार्रवाई करनी पड़ जाए। भाजपा विधायकों ने कागज फाड़कर सदन में उड़ा दिए। इसके बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्ष में बैठे लोग लगते ही नहीं है कि विधायक हैं। विधायकों वाला आचरण उनमें नहीं दिखता है।
बीजेपी का होगा सूपड़ा साफ़
वहीं सदन में हुए इस मामले को लेकर तेज प्रताप यादव ने कहा कि इस तरह की घटना लोकतंत्र के लिए निंदनीय है। बात रखने का तरीका होता है। उन्होंने नीरज बबलू पर कार्रवाई की मांग की। साथ ही कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी का सूपड़ा साफ़ होना तय है।