पटना। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की महागठबंधन सरकार के बीच सीटों के बंटवारें को लेकर हलचल तेज है। दरअसल शुक्रवार 19 जनवरी की सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर राजद प्रमुख लालू यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अचानक सीएम नीतीश कुमार से मिलने मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। तीनों नेताओं ने करीब 45 मिनट […]
पटना। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की महागठबंधन सरकार के बीच सीटों के बंटवारें को लेकर हलचल तेज है। दरअसल शुक्रवार 19 जनवरी की सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर राजद प्रमुख लालू यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अचानक सीएम नीतीश कुमार से मिलने मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। तीनों नेताओं ने करीब 45 मिनट तक बातचीत की। इसके बाद बीजेपी ने विधायक दल की बैठक की और मांझी के पोस्ट से मामला और उल्टा नजर आया। आइयें जानते हैं अमित शाह के उस बयान के बारे में जिसने बिहार के सियासत में उथल-पुथल मचा दी है।
नीतीश के NDA में जाने की चर्चा के बीच अमित शाह का एक बयान सुर्ख़ियों में है। मालूम हो कि हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने एक अखबार को इंटरव्यू दिया है। जिसमें उनसे नीतीश कुमार को लेकर सवाल किया गया। उनसे पूछा गया कि नीतीश कुमार जैसे लोग फिर NDA में आना चाहेंगे तो तो क्या उनके लिए रास्ता खुला हुआ है? इसका जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि किसी का ऐसा प्रस्ताव होगा तो उसपर विचार किया जायेगा। बता दें कि अमित शाह ने झंझारपुर की एक रैली में कहा था कि नीतीश कुमार के लिए अब बीजेपी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं लेकिन शाह के इस बयान से कुछ और इशारे मिले।
वहीं आज नीतीश से मुलाकात के बाद तेजस्वी ने मीडिया से कहा कि महागठबंधन में सब ऑल इज वेल है। गठबंधन में टूट का सवाल ही नहीं है बल्कि भाजपा इस तरह का अफवह फैला रही है। सूबे में भाजपा का हारना तय है। नए साल में लालू पहली बार सीएम आवास पहुंचे थे। इससे पहले मकर संक्रांति के दिन नीतीश कुमार राबड़ी आवास पहुंचे थे। वो वहां पर करीब 10 मिनट तक रुके। इधर, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के आवास पर बीजेपी विधायक दल की मीटिंग हुई। इस दौरन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के कहा कि नीतीश कुमार चाहे तो वो बीजेपी की सदस्यता ले सकते हैं।
हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट से बिहार की राजनीति गरमा दी है। दरअसल मांझी ने अपनी पार्टी के विधायकों को पटना में रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात पर मेरी नजर है। राज्य के राजनैतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है। जो भी हो राज्यहित में होगा। जय बिहार….