पटना। बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र (Bihar Vidhan Sabha Winter Session ) आज सोमवार से शुरू हो चुका है। बता दें कि यह सत्र 6 – 10 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा पहुंचे। विधानसभा के अध्यक्ष ने उनका स्वागत किया। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर में चले […]
पटना। बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र (Bihar Vidhan Sabha Winter Session ) आज सोमवार से शुरू हो चुका है। बता दें कि यह सत्र 6 – 10 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा पहुंचे। विधानसभा के अध्यक्ष ने उनका स्वागत किया। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर में चले गए।
दूसरी तरफ भाजपा नेताओं ने विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की है। बताया जा रहा है कि भाजपा विधायकों ने बिहार में बढ़ रहे अपराध और नौकरी घोटाले को मुद्दा बनाकर हंगामा शुरु किया किया। वहीं भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि बिहार में कानून का राज खत्म हो चुका है। सरकार वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। नौकरी देने के नाम पर घोटाला हो रहा है। सीएम नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
बता दें कि विधानसभा की कार्यवाई शुरू होने पर स्पीकर द्वारा कार्यमंत्रणा समिति का गठन किया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाई है। वहीं विधानसभा की कार्यवाही को मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है।
बताया जा रहा है कि पांच दिवसीय सत्र के पहले ही दिन सोमवार को औपचारिकताओं के साथ हंगामा संभव है। दरअसल, हंगामा मंगलवार को होने की आशंका है, जब बिहार की महागठबंधन सरकार अपनी घोषणा के अनुसार बिहार में जातीय गणना की पूरी रिपोर्ट पेश करेगी। बता दें कि जाति आधारित जनणगना की रिपोर्ट जारी होते वक्त ही सीएम नीतीश ने कहा था कि आर्थिक सर्वे के साथ जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट को विधानमंडल के पटल पर रखा जाएगा।
बता दें कि बीते रविवार बिहार में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बिहार के एक दिवसीय दौरे पर आए थे। विधानसभा सत्र से एक दिन पहले बिहार आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जाति आधारित गणना कि रिपोर्ट को गुमराह करने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि लालू प्रसाद के दबाव में सीएम नीतीश कुमार ने इस सर्वे में यादवों और मुसलमानों की संख्या ज्यादा दिखाई है।