पटना: बिहार विधानपरिषद के खाली सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए महागठबंधन ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान इन नामों की घोषणा की गई है. बता दें कि इन नामों की घोषणा जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने की है. इन नामों में तीन […]
पटना: बिहार विधानपरिषद के खाली सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए महागठबंधन ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान इन नामों की घोषणा की गई है. बता दें कि इन नामों की घोषणा जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने की है. इन नामों में तीन उम्मीदवार जदयू के हैं एक उम्मीदवार राजद का तो वहीं एक उम्मीदवार सीपीआई का बताया जा रहा है. इस लिस्ट में सबसे गौर करने वाली बात यह है कि इसमें एक नाम भी कांग्रेस के किसी उम्मीदवार का नहीं है.
प्रेस कॉन्फेंस में जारी किए गए नाम
बता दें कि महागठबंधन की ओर से एक प्रेस कॉन्फेंस की गई थी, जिसमें इन नामों का ऐलान किया गया है. इन उम्मीदवारो में दो शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के, दो स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के वहीं एक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र उपचुनाव के लिए नामों की घोषणाएं की गई हैं. प्रेस कॉन्फेंस के दौरान जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ-साथ राजद के भोला यादव और सीपीआई के केडी यादव भी शामिल रहे.
ये हैं उम्मीदवार
भाजपा ने भी जारी किए नाम
बिहार विधानपरिषद के खाली सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. पार्टी द्वारा कुल चार सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई है. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से इन नामों की घोषणा की गई है, लेकिन इसमें सबसे ज्यादा ध्यान देने योग्य बात यह है कि पार्टी द्वारा फिलहाल सिर्फ 4 सीटों पर ही उम्मीद्वारों की घोषणा की गई है अभी भी गया शिक्षक पद पर उम्मीदवार का घोषणा करना बाकी है.
ये हैं उम्मीदवार
भाजपा ने अपने चार प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है. भाजपा ने रंजन कुमार धमेंद्र सिंह, डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह, अवधेश नारायण सिंह को उम्मीदवार बनाया है जो क्रमशः , कोशी शिक्षा क्षेत्र, सारण स्नातक क्षेत्र, गया स्नातक क्षेत्र एवं सारण शिक्षक क्षेत्र से उम्मीदवार होंगे.
31 मार्च को होने वाला है चुनाव
बता दें कि राज्य की पांच विधानपरिषद सीटों के लिए 31 मार्च को मतदान होना है. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि सारण विधानपरिषद सीट को छोड़कर बाकी के सभी सदस्यों का कार्यकाल मई 2023 में खत्म हो जाएगा. सारण क्षेत्र से जीतने वाले कैंडिडेट का कार्यकाल 2026 तक रहेगा. बता दें कि 31 मार्च को जिन 5 विधानपरिषद की सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें से केवल गया की सीट पर ही भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. इसके अलावा अन्य सभी सीटों पर महागठबंधन के एमएलसी हैं.