पटना। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विपक्षी नेताओं की चौथी बैठक के बाद बिहार में अलग ही राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा दावा कर रही है कि सीएम नीतीश कुमार जल्द ही बड़ा फैसला ले सकते हैं। इसी बीच राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जदयू […]
पटना। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विपक्षी नेताओं की चौथी बैठक के बाद बिहार में अलग ही राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा दावा कर रही है कि सीएम नीतीश कुमार जल्द ही बड़ा फैसला ले सकते हैं। इसी बीच राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की लालू यादव से निकटता को लेकर नीतीश कुमार उन्हें पार्टी से बाहर कर सकते हैं।
इंडी गठबंधन की चौथी बैठक के बाद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए राष्ट्रीय राजनीति के सारे दरवाजे बंद हो गए हैं। दूसरे राज्यों की बात तो दूर है बिहार के किंग मेकर लालू यादव और तेजस्वी यादव ने भी किसी पद के लिए नीतीश कुमार का नाम प्रस्तावित नहीं किया। भाजपा सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार ने पीएम पद की उम्मीदवारी पाने के लिए पटना में अपने पक्ष में पोस्टर लगवाए। लेकिन ममता बनर्जी और केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे कर नीतीश के साथ खेला कर दिया।
सुशील मोदी ने आगे कहा कि इसके बाद भी लालू प्रसाद यादव कुछ नहीं कर पाए। इंडी गठबंधन से झटका खाने के बाद अब नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक एक साथ बुलाने की घोषणा कर दी है। जो बड़े बदलाव के संकेत हैं। जदयू के अंदर हताशा बढ़ गई है। जदयू में ऐसी बैठक तब होती है जब राष्ट्रीय अध्यक्ष बदलना होता है तब ऐसी बैठक होती है। लालू प्रसाद से ललन सिंह की नजदीकियां बढ़ने के कारण नीतीश उन्हें हटा सकते हैं।