पटना। बिहार में पिछले कुछ सप्ताह पहले ही सरकार बदल गई है। ऐसे में सियासी गलियारों में बयानबाजी तेज है। पक्ष-विपक्ष लगातार एक दूसरे को लेकर तंज कसते हुए दिख रहे है। इस बीच बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू यादव की धर्मपत्नी राबड़ी देवी(पूर्व मुख्यमंत्री ) ने बीजेपी को लेकर तंज कसते हुए दिखी […]
पटना। बिहार में पिछले कुछ सप्ताह पहले ही सरकार बदल गई है। ऐसे में सियासी गलियारों में बयानबाजी तेज है। पक्ष-विपक्ष लगातार एक दूसरे को लेकर तंज कसते हुए दिख रहे है। इस बीच बता दें कि राजद सुप्रीमो लालू यादव की धर्मपत्नी राबड़ी देवी(पूर्व मुख्यमंत्री ) ने बीजेपी को लेकर तंज कसते हुए दिखी हैं। उन्होंने बीजेपी को परिवारवाद से संबोधन किया है।
बता दें कि राजद नेता (पूर्व उपमुख्यमंत्री ) तेजस्वी यादव पिछले दिनों में जन विश्वास यात्रा की शुभांरभ किया है। उन्होंने राजद पार्टी को बाप की पार्टी बताई है। ऐसे में पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह ने तेजस्वी यादव के कथन पर पलटवार करते हुए कहा था कि राजद ससुराल की पार्टी है। इस बीच शुक्रवार यानी आज पूर्व CM राबड़ी देवी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी हैं।
राबड़ी देवी ने आनंद मोहन के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाना बनाते हुए कहा कि बीजेपी परिवारवाद की पार्टी है। वहीं विधानसभा परिसर में मीडिया ने राबड़ी देवी से पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह द्वारा कहा गया कथन पर सवाल किया तो, इसका जवाब देते हुए राबड़ी देवी ने कहा, “ठीक है… सबके ससुराल के पार्टी बा…”.
मौके पर राबड़ी देवी ने आगे कहा कि सिर्फ लालू यादव “सिर्फ लालू यादव की पार्टी के लोग ही नहीं हैं. प्रधानमंत्री के घर के लोग भी हैं. बीजेपी में सबसे अधिक परिवारवाद है. इस दौरान एक और सवाल पर नीतीश कुमार के कहने के बाद भी केके पाठक सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं, इस पर राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार की जनता देख रही है. सरकार तो इधर-उधर पलट रही है, इसलिए अधिकारी सुन नहीं रहे हैं.
बता दें कि बीते गुरुवार को समस्तीपुर के मोहिउद्ददीननगर के रासपुर पतसिया में पृथ्वीराज चौहान जयंती समारोह में पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा था कि राजद माय-बाप के साथ सबसे पहले ससुराल की पार्टी थी और आज भी है. ससुराल का पूरा मतलब समझाते हुए उन्होंने कहा कि पहले ससुराल मतलब साधु, सुभाष, राबड़ी व लालू अब वाली ससुराल का मतलब संजय, सुनील, राजेश्वरी और लफुअन. आज भी ससुराल की पार्टी है.