पटना: बिहार में चल रहे जमीन सर्वे के दौरान कई रैयत जमीन के कागजात को लेकर परेशान हैं. वह जोनल कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं. कटिहार जिले में भी सर्वे के दौरान कई तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं. इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय सांसद तारिक अनवर ने मुख्यमंत्री नीतीश […]
पटना: बिहार में चल रहे जमीन सर्वे के दौरान कई रैयत जमीन के कागजात को लेकर परेशान हैं. वह जोनल कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं. कटिहार जिले में भी सर्वे के दौरान कई तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं. इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय सांसद तारिक अनवर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जयसवाल को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने विशेष भूमि सर्वेक्षण को एक साल के लिए स्थगित करने की मांग की है.
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने सीएम नीतीश कुमार और राजस्व भूमि सुधार मंत्री दिलीप जयसवाल को पत्र लिखकर कहा है कि बिहार में भूमि सर्वेक्षण कराने की प्रक्रिया की घोषणा कर दी गयी है. लेकिन अपने संसदीय क्षेत्र कटिहार और राज्य के अन्य इलाकों के दौरे के दौरान मुझे पता चला कि भूमि सर्वेक्षण को लेकर आम लोगों की राय है कि इसे एक साल के लिए टाल देना चाहिए.
तारिक अनवर ने कहा कि लंबे अंतराल के बाद जमीन सर्वेक्षण के कई काम पूरे होंगे. जिससे आम लोग काफी परेशान हैं. इसका कारण यह है कि जमीन मालिकों के पास अपने पुराने मालिकाना हक के दस्तावेज तैयार नहीं हैं. पुराने सीएस या आरएस सर्वेक्षण की तीन-चार पीढ़ियों के बाद एक नए सर्वेक्षण की घोषणा की जाती है। ऐसे में पुराने दस्तावेज और कागजात जुटाना मुश्किल हो रहा है.
इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तारिक अनवर ने सीएम और राजस्व भूमि सुधार मंत्री को पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है कि भू-धारियों को पुराने कागजात और कागजात जमा करने के लिए कम से कम एक साल का समय दिया जाये. इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। इसके बाद ही सर्वे प्रक्रिया शुरू करना उचित होगा।