बिहार: छपरा में 2000 से अधिक पुलिस बल की तैनाती, बाहरी लोगों की एंट्री बंद

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पटना। बिहार के छपरा में हुए मॉब लिंचिंग की घटना में युवक की मौत ने मुबारकपुर गांव में जातीय संघर्ष की स्थिति पैदा कर दी है. दो वर्गों में वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गयी है. स्थिति को ध्यान में रखते हुए मुबारकपुर में करीब 2000 की संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. BSAP , RAF , STF सहित जिला पुलिस पूरे जगह मुस्तैद है. गांव में बाहरी लोगों की एन्ट्री बंद कर दी गयी है. साथ ही मांझी और एकमा प्रखंड में धारा 144 लागू की गयी है. छपरा सहित यूपी बॉर्डर से सटे इलाके में भी बीस किलोमीटर तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है.

एडीजी ने किया गांव का दौरा

बता दे कि सोमवार को बिहार के एडीजी सुशील सिंह खोपड़े और अन्य बड़े अधिकारियों ने मुबारकपुर गांव का दौरा किया. एडीजी ने गांव में घूमकर पूरे घटना की विस्तृत जानकारी ली. पीड़ित परिजनों से मिलकर उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया.

पुलिस कर रही पेट्रोलिंग

गौरतलब है कि मांझी के मुबारकपुर का विवाद अब दो गुटों में आपसी लड़ाई में बदल चुका है. हालांकि पुलिस प्रशासन की गांव में सक्रियता को देखते हुए अभी मामला शांत है लेकिन वहां कभी भी कुछ भी हो सकता है. माहौल तनावमुक्त रखने के लिए पुलिस लगातार पेट्रोलिंग कर रही है.

ये था पूरा ममला

मालूम हो कि मुखिया पति विजय यादव पर फायरिंग के आरोप में तीन युवकों को बंधक बनाकर इतना पीटा गया कि उसमें से एक की मौत हो गयी जबकि दो लड़कों की हालत गंभीर है. पटना के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है. पिटाई का वीडियो दिलदहला देने वाला था, जिसे देखने के बाद दूसरे पक्ष के उग्र हो गए और उन्होंने मुखिया के घर में आग लगा दिया था.