पटना। जदयू में सब कुछ ठीक होने का नाम ही नहीं ले रहा है। उपेंद्र कुशवाहा के बाद पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। आरा से पूर्व सांसद और भोजपुर की कद्दावर जदयू नेता मीना सिंह ने JDU छोड़ने का ऐलान किया है। जदयू पर आरोप लगाते हुए मीना सिंह ने कहा कि […]
पटना। जदयू में सब कुछ ठीक होने का नाम ही नहीं ले रहा है। उपेंद्र कुशवाहा के बाद पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। आरा से पूर्व सांसद और भोजपुर की कद्दावर जदयू नेता मीना सिंह ने JDU छोड़ने का ऐलान किया है। जदयू पर आरोप लगाते हुए मीना सिंह ने कहा कि पार्टी को मजबूत बनाने में उन्होंने पूरी ईमानदारी दिखाई। जब भी पार्टी को जरुरत पड़ी वो पूरी मजबूती से खड़ी रही। लेकिन वो पार्टी की तरफ से लगातार नजरअंदाज होती रही। उन्होंने आगे कहा कि अब उनके लिए जदयू में काम करना बहुत मुश्किल हो गया है। JDU अपनी नीतियों और सिद्धांतों से पूरी तरह भटक चुकी है।
पूर्व सांसद मीना सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब पार्टी में पुराने और समर्पित लोगों के लिए कोई जगह नहीं है, ऐसे में उनके जैसे नेता और कार्यकर्ता के लिए पार्टी में रहने का कोई मतलब नहीं रह गया है। मैं भारी मन से जदयू छोड़ने का ऐलान करती हूं। बता दें कि मीना सिंह आरा से जदयू की सांसद रह चुकी है। उनके स्वर्गवासी पति अजीत सिंह भी जदयू की टिकट पर काराकाट से सांसद रह चुके थे। उस वक़्त उन्हें जदयू में कद्दावर नेता माना जाता था। नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे अजित सिंह की असामयिक निधन के बाद उनकी पत्नी मीना सिंह जदयू से जुड़ी और आरा से सांसद चुनी गई।
गौरतलब है कि मीना सिंह के बेटे विशाल सिंह भी राजनीति में एक जाना माना चेहरा हैं। हाल ही में वे NCCF का चेयरमैन बने है। बताया जा रहा है कि विशाल सिंह की नजर आरा लोकसभा सीट पर है। बीजेपी नेताओं के साथ उनके अच्छे संबंध भी है। मीना सिंह का परिवार बिहार की प्रमुख राजनीतिक हस्तियों में शामिल है। वो सहकारिता जगत के किंग तपेश्वर सिंह की बहू है। ऐसे में जदयू से अलग होना नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका है। हालांकि वो अपने आगे की राजनीतिक पारी किस पार्टी के साथ शुरू करेंगी, इस विषय में अभी उन्होंने कुछ नहीं कहा है।