पटना। बिहार की राजनीति कब किस ओर करवट बदल लें यह कहना मुश्किल है। अभी बिहार की सियासत में हलचल मची हुई है। नेताओं की तरफ से आ रहे बयानों ने सियासी पारा बढ़ा दिया है। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी छोड़ दी और नई पार्टी बना ली। इन सबके बीच […]
पटना। बिहार की राजनीति कब किस ओर करवट बदल लें यह कहना मुश्किल है। अभी बिहार की सियासत में हलचल मची हुई है। नेताओं की तरफ से आ रहे बयानों ने सियासी पारा बढ़ा दिया है। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी छोड़ दी और नई पार्टी बना ली। इन सबके बीच जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के बयान से आरजेडी में हलचल पैदा हो गई। जिसके बाद आरजेडी विधायक विजय मंडल ने दावा किया कि तेजस्वी यादव होली के बाद बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे।
उपेंद्र कुशवाहा ने जैसे ही नीतीश कुमार का दामन छोड़ा, तभी बीजेपी ने कुशवाहा के चारों तरफ घेराबंदी करनी शुरू कर दी। इसी कड़ी में बीजेपी बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की। कुशवाहा के आवास पर दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक गुफ्तगू हुई। हालांकि दोनों नेता इस भेंट को शिष्टाचार मुलाकात बताते हुए नजर आए लेकिन बिहार की राजनीति की टाइमिंग लोग बखूबी समझते है।
इसके अलावा गृह मंत्रालय ने पूर्व मंत्री एवं विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी को वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है। जिसके बाद उनके साथ अब हमेशा कम से कम 11 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे है कि बीजेपी इन नेताओं को चुनाव से पहले साधने की कोशिश कर रही है।