पटना: बिहार की नीतीश सरकार की तरफ से बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाने का काम पिछले कई दिनों से जारी है. बिहार के 16 जिलों में कोसी, गंडक, गंगा, कमला समेत कई नदियों ने कहर बरपाया है. वहीं, सुपौल जिले में कोसी नदी का जलस्तर लगातार गिर रहा है.
धीरे-धीरे पानी का जलस्तर घटा
अब बाढ़ पीड़ितों समेत सभी अधिकारियों ने राहत की सांस ली है. सुपौल के जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि मंगलवार की सुबह 10 बजे कोसी बराज के जलस्तर से करीब 97 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसके अलावा पड़ोसी देश नेपाल के बराह क्षेत्र में 69 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज दर्ज किया गया. इससे दोनों स्थानों पर जलस्तर घट रहा है।
कल मिलेंगे सात-सात हजार रूपये
दुर्गा पूजा के दौरान कल यानी 9 अक्टूबर को 25592 बाढ़ प्रभावित परिवारों के बैंक खाते में सीधे सात-सात हजार रुपये की राशि दी जायेगी. आपको बता दें कि हाल ही में कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से सैकड़ों घर बह गए थे. इसके अलावा कई तटबंध, सड़कें और पुलिया भी बाढ़ में बह गए. ग्रामीण नाव से यात्रा करने को मजबूर हैं.
पहले मिलते थे 6 हजार रूपये
मंत्री मदन सहनी ने कहा था कि पहले लोग बाढ़ के समय पैसा देते थे. खाद्यान्न हेतु 25 कि.ग्रा. आज बिहार में बाढ़ पीड़ितों को एक-एक क्विंटल अनाज मिल रहा है. जिसके कारण लोग मुख्यमंत्री को क्विंटलिया बाबा कहने लगे। मंत्री ने कहा कि पहले बाढ़ पीड़ितों को छह हजार रुपये मिलते थे. लेकिन अब 7 हजार रुपये दिये जा रहे हैं. यहां 25 हजार से ज्यादा लोगों की पहचान की जा चुकी है. दशहरा से पहले सभी के खाते में यह पैसा पटना से आ जायेगा.