पटना: बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद की कल शादी होने वाली है. ऐसे में सारी तैयारियां की जा चुकी हैं. बता दें कि इस शादी में बेहद कम लोगों को बुलाया गया है. इसके साथ ही शादी में मीडिया के प्रवेश पर भी रोक लगी है. बता दें कि आनंद […]
पटना: बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद की कल शादी होने वाली है. ऐसे में सारी तैयारियां की जा चुकी हैं. बता दें कि इस शादी में बेहद कम लोगों को बुलाया गया है. इसके साथ ही शादी में मीडिया के प्रवेश पर भी रोक लगी है. बता दें कि आनंद मोहन परिवार यह नहीं चाहता है कि किसी भी प्रकार का कोई मीडिया ट्रायल हो. उधर जी. कृष्णैया की पत्नी ने भी आनंद मोहन की रिहाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर 8 मई को सुनवाई होने वाली है.
क्या होने वाला है आगे
बीते दिनों बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन को सहरसा जेल से रिहा कर दिया गया था, जिसके बाद से लगातार इसको लेकर राज्य में गर्मागर्मी की स्थिति बनी हुई थी. इसके साथ ही जी. कृष्णैया की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में आनंद मोहन की रिहाई को चुनौती दी है.
देहरादून में नहीं होगी शादी
अब बताया जा रहा है कि इन सब के बीच आनंद मोहन ने अपने बेटे की शादी का वैन्यू भी बदल दिया है. पहले जहां चेतन आनंद की शादी देहरादून में होने वाली थी, लेकिन अब इस वैन्यू को बदल दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार आनंद मोहन के परिवार ने मीडिया से दूरी बना ली है. देहरादून में आनंद मोहन का मकान है, लेकिन यहां भी उनके परिवार का कोई सदस्य नहीं मिल पा रहा है.
8 मई को होने वाली है सुनवाई
पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के बाद से लागातार उनकी रिहाई को लेकर सवाल उठाया जा रहा था. इस मामले को लेकर राज्य की नीतीश सरकार भी सवालों के घेरे में आ रही है. इस मामले में अब जानकारी सामने आ रही है कि आनंद मोहन की रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट में 8 मई को सुनवाई होने वाली है. डीएम जी. कृष्णैया की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में उनके रिहाई को चुनौती दी थी. इस मामले में शीर्ष आदालत 8 मई को सुनवाई करने वाली है.
रिहाई के फैसले पर लगेगी रोक?
गोपालगंज के डीएम जी. कृष्णैया के हत्या के मामले सजा काट रहे आनंद मोहन को बीते दिनों जेल से रिहा कर दिया गया. इस मामले में जी. कृष्णैया की पत्नी ने शीर्ष आदालत में उनकी रिहाई को चुनौती दी थी. इस मामले में अब 8 मई को सुनवाई होने वाली है. इसके साथ ही बताया जा रहा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट उनकी रिहाई के फैसले पर रोक लगा देती है तो आनंद मोहन को एक बार फिर से जेल जाना पड़ सकता है.