पटना: पिछले कई दिनों से बिहार में BPSC 70वीं एग्जाम में गड़बड़ी को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। इस बीच कई बार छात्रों पर नीतीश की पुलिस ने लाठीचार्ज किया। न जानें कितने छात्र अपनी जान गवां बैठे वहीं कइयों की स्थिति नाजुक होने पर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। […]
पटना: पिछले कई दिनों से बिहार में BPSC 70वीं एग्जाम में गड़बड़ी को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। इस बीच कई बार छात्रों पर नीतीश की पुलिस ने लाठीचार्ज किया। न जानें कितने छात्र अपनी जान गवां बैठे वहीं कइयों की स्थिति नाजुक होने पर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी दौरान भागलपुर जिले से एक बड़ी दुखद खबर सामने आई है। जिले के जोकसर थाना क्षेत्र में बीपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र शिवकुमार प्रजापति (25) का शव किराए के मकान में लटका हुआ मिला। जिसके बाद से बिहार की डबल इंजन सरकार पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
बता दें कि मृतक के शव को सबसे पहले उसके रूममेट ने देखा, जिसके बाद मकान मालिक और परिवार को घटना की जानकारी दी गई. शव को नीचे उतारने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शिवकुमार प्रजापति नवगछिया के तेतरी गांव के रहने वाले थे और बीपीएससी परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ लाइब्रेरी भी चला रहे थे. वह 3 दिन पहले नवगछिया से अपने घर गया था और शुक्रवार को वापस भागलपुर लौटा.
पुलिस के मुताबिक BPSC छात्र ने शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद सबसे पहले घर वालेपहुंचे और अपने बच्चे का शव देखा। परिजनों का कहना है कि उन्होंने कभी किसी से कोई लड़ाई नहीं की और मेरा बच्चा पढ़ाई में बहुत तेज था.
हालांकि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंच कर मामले की जांच कर रही है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मृतक के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिससे मामला और उलझ गया है. पुलिस ने कहा है कि इस मामले की स्पष्ट वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी.
मृतक के भाई विकास और सूरज ने बताया कि शिव का किसी से कोई आपसी विवाद नहीं था और वह काफी होशियार और मेहनती छात्र था. घटना के बाद घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गयी और हर कोई घटना के कारणों को लेकर तरह-तरह के कयास लगा रहा है.