नीतीश को आरजेडी के ऑफर पर केंद्रीय मंत्री का बयान, कहा लालू जो बोलते है वो ही जानें

पटना। नए साल की शुरुआत होते ही बिहार में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने बयान से सियासत गरमा चुकी है। लालू यादव के बयान की अब पूरे देश में चर्चा हो रही है। लालू यादव से नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल करने को लेकर सवाल पूछा था। जिस पर उन्होंने कहा कि अगर वो […]

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नीतीश को आरजेडी के ऑफर पर केंद्रीय मंत्री का बयान, कहा लालू जो बोलते है वो ही जानें

Pooja Pal

  • January 2, 2025 12:34 pm IST, Updated 2 days ago

पटना। नए साल की शुरुआत होते ही बिहार में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने बयान से सियासत गरमा चुकी है। लालू यादव के बयान की अब पूरे देश में चर्चा हो रही है। लालू यादव से नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल करने को लेकर सवाल पूछा था। जिस पर उन्होंने कहा कि अगर वो आना चाहें तो उन्हें साथ ले लेंगे।

लालू के ऑफर पर ललन का बयान

लालू के इस ऑफर पर अब जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह का जवाब सामने आया है। ललन सिंह ने कहा कि लालू जी क्या बोलते हैं और क्या नहीं, वो ही जानें। केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने लालू यादव के नीतीश को दिए गए ऑफर पर कहा, “लालू जी क्या बोलते हैं, नहीं बोलते हैं। वो केवल लालू जी ही जानते हैं। हम लोग एनडीए में हैं और आगे भी एनडीए में ही रहेंगे।” हालांकि पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पहले कहा था कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजे बंद हैं।

ऑफर को लेकर तेजस्वी का कहना

जब लालू यादव का बयान आया तो इस पर भी तेजस्वी ने कहा कि “लालू जी ने ऐसी बात मीडिया को शांत करने के लिए कही थी। आप लोग रोज पूछते रहते हैं तो क्या बोलेंगे। ” इस बीच कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने नीतीश कुमार को गांधीवादी कहा है। उन्होंने कहा, “जो भी गांधीवादी हैं, गांधीवादी लोग हमारे साथ आएंगे। नीतीश कुमार गांधीवादी लालू यादव ने कहा था कि नीतीश के लिए हमारा दरवाजा तो खुला है, नीतीश को भी खोलकर रखना चाहिए। नीतीश आते हैं तो साथ काहे नहीं लेंगे? ले लेंगे साथ।

आरजेडी में लालू का फैसला सर्वोपरि

नीतीश साथ में आएं, काम करें। राजद सुप्रीमो ने कहा कि नीतीश कुमार भाग जाते हैं, हम माफ कर देंगे। इससे पहले तेजस्वी यादव का बयान आया था कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजे बंद हैं, लेकिन आरजेडी में लालू यादव का फैसला ही सर्वोपरि माना जाता हैं, वे गांधी के सिद्धांतों पर चलते हैं।”

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