पटना। देश में Uniform Civil Code को लेकर बहस शुरू हो गई है। सभी राजनीतिक दलों की तरफ से इस मुद्दे पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ राजनीतिक दल इसको सपोर्ट कर रहे है तो कोई इसका विरोध कर रहे हैं। इसी बीच प्रशांत किशोर ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। […]
पटना। देश में Uniform Civil Code को लेकर बहस शुरू हो गई है। सभी राजनीतिक दलों की तरफ से इस मुद्दे पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ राजनीतिक दल इसको सपोर्ट कर रहे है तो कोई इसका विरोध कर रहे हैं। इसी बीच प्रशांत किशोर ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है।
समान नागरिक संहिता पर प्रशांत किशोर ने कहा है कि भाजपा के घोषणा पत्रों में धारा 370, राम मंदिर और यूनिफॉर्म सिविल कोड 20 -25 सालों से हैं। इसमें से 2 बीजेपी ने लागू कर दिया है। उन्हें बहुमत मिला हुआ है तो स्वाभाविक है कि वो तीसरे मुद्दों को भी उठाएंगे। पीके ने कहा कि देश की जो विविधता है उसमें यूसीसी लागू करना आसान नहीं है।
पीके ने आगे कहा कि धारा-370 कश्मीर से जुड़ा हुआ मामला था। यह भारत के सिर्फ एक भू-भाग को प्रभावित कर रहा था। इससे सिर्फ एक राज्य के लोग प्रभावित हुए। राम मंदिर से फैसलों से सिर्फ उसके पक्ष और विपक्ष के लोग प्रभावित हुए लेकिन अगर यूसीसी लागू हुआ तो यह पूरे देश को प्रभावित करेगा। इसे लागू करना बेहद कठिन है। इसके परिणाम अच्छे नहीं आ सकते हैं।