पटना। राजधानी पटना के गांधी मैदान में दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को लेकर जगह-जगह पर बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए हैं। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर लगी हुई है। लेकिन इस पोस्टर को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल इस पोस्टर में तेजस्वी यादव नहीं है। इस पोस्टर […]
पटना। राजधानी पटना के गांधी मैदान में दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को लेकर जगह-जगह पर बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए हैं। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर लगी हुई है। लेकिन इस पोस्टर को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल इस पोस्टर में तेजस्वी यादव नहीं है। इस पोस्टर को देखने के बाद राजद और जदयू में फिर से खटपट की ख़बरें आने लगी।
वहीं अब जब राजनीति शुरू हो गई है तो इस पर राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि होर्डिंग में भले ही तेजस्वी का नाम ना हो लेकिन महागठबंधन और नीतीश-तेजस्वी की सरकार है। तेजस्वी यादव ने दस लाख नौकरी देने का वादा किया था जिसे पूरा किया जा रहा है। इसे लेकर जदयू का कहना है कि पोस्टर में गलत क्या लिखा हुआ है।
जदयू के नेता छोटू सिंह ने कहा कि बिहार के सीएम तो नीतीश कुमार ही हैं। जो कुछ विकास कार्य हो रहा है या लोगों को रोजगार मिल रहा है नीतीश कुमार ही कर रहे हैं। कोई और तो नहीं कर रहा है तो फिर इसमें गलत क्या लिखा हुआ है? हालांकि पोस्टर को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू है। बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर तरफ से पटना के आयकर गोलंबर पर पोस्टर लगाया गया है जिसमें सबसे ऊपर लिखा है ‘रोजगार का मतलब नीतीश सरकार’ . इसमें सबसे नीचे विशिष्ट अतिथि के तौर पर तेजस्वी यादव का नाम भी है जबकि शिक्षा मंत्री का नाम गायब है।