पटना। सर्वोच्च न्यायालय से मानहानि केस में सजा पर रोक लगने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव से मुलाकात की। राहुल गांधी शुक्रवार शाम मीसा भारती के सरकारी आवास पर संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और बिहार अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के साथ पहुंचे। इस दौरान मीसा भारती के आवास पर तेजस्वी यादव एवं अब्दुल बारी सिद्दीकी पहले से ही मौजूद थे।
4 मंत्री पद चाहती कांग्रेस
मीसा के आवास पर राजद और कांग्रेस के नेताओं के बीच बंद कमरे में एक घंटे तक बातचीत हुई। वहीं सियासी गलियारों में राहुल और लालू के बीच मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात का सीधा संबंध बिहार में होने वाले कैबिनेट विस्तार से है। कांग्रेस द्वारा लंबे समय से कैबिनेट विस्तार की मांग की जा रही है। पटना में हुए विपक्षी मीटिंग में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सीधे नीतीश कुमार से पूछ लिया था कि बिहार में कैबिनेट का विस्तार कब होगा। इस बैठक के 42 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ है।
बड़े विभाग पर कांग्रेस की नजर
बता दें कि बिहार में कांग्रेस के पास 19 विधायक हैं और उसका कहना है कि मंत्रिमंडल में आनुपातिक भागीदारी मिले। इस हिसाब से उसके 4 मंत्री बनने चाहिए जबकि राजद 3 से ज्यादा देने के लिए राजी नहीं है। इसके अलावा सरकार में बड़े विभागों पर भी कांग्रेस अपना दावा कर रही है। 2015 में जब महागठबंधन की सरकार बनी थी तो कांग्रेस के हिस्से में शिक्षा, राजस्व और आबकारी जैसे विभाग आये थे जबकि 2022 में मतस्य कल्याण और पंचायती राज जैसे छोटे विभाग मिले है।