प्रशांत किशोर ने नीतीश के शासन पर कसा तंज, बोले- सिर्फ दो नए उद्योग हुए शुरू,लाखों की हो रही लूट

पटना: 2 अक्टूबर 2022 से बिहार में जन सुराज पदयात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) बिहार के विभिन्न जिलों में यात्रा कर रहे हैं. आपको बता दें कि फिलहाल प्रशांत किशोर की पदयात्रा समस्तीपुर में पहुंची है। हालांकि अभी उनकी पदयात्रा किसी स्वास्थ्य कारणों से स्थगित है। इसी दौरान प्रशांत किशोर ने […]

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प्रशांत किशोर ने नीतीश के शासन पर कसा तंज, बोले- सिर्फ दो नए उद्योग हुए शुरू,लाखों की हो रही लूट

Jaan Nisar Khan

  • May 22, 2023 10:57 am IST, Updated 2 years ago

पटना: 2 अक्टूबर 2022 से बिहार में जन सुराज पदयात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) बिहार के विभिन्न जिलों में यात्रा कर रहे हैं. आपको बता दें कि फिलहाल प्रशांत किशोर की पदयात्रा समस्तीपुर में पहुंची है। हालांकि अभी उनकी पदयात्रा किसी स्वास्थ्य कारणों से स्थगित है। इसी दौरान प्रशांत किशोर ने सोमवार (22 मई) को बयान जारी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर अलग ही अंदाज में तंज कसा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बीते 17 सालों से बिहार के सीएम की कुर्सी पर हैं. लेकिन अब तक बिहार में सिर्फ दो नए उद्योग शुरू हुए हैं। पहला शराब माफिया और दूसरा बालू माफिया।

लाखों की हो रही लूट

प्रशांत किशोर ने कहा कि आज से 5-7 साल पहले इतने बड़े पैमाने पर शराब माफिया और बालू माफिया नहीं थे, जितने बड़े पैमाने पर आज हैं। आज के दिन में बिहार में ये दोनों उद्योग बहुत बढ़िया से फल-फूल रहे हैं। पुरे राज्य में शराब और बालू उद्योग में लाखों-करोड़ों रूपये की लूट हो रही है। और इसमें सभी लोग मिले हुए हैं, नीचे से लेकर ऊपर तक लोग इसमें शामिल हैं। वहीँ शराबबंदी पर बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर दूकान तो बंद है लेकिन आज घर-घर शराब की होम डिलीवरी हो रही है।

इसमें ‘सरकार’ की भी मिलीभगत

प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि मिला-जुला कर यही स्थिति बालू की भी है। जो जितना ताकतवर है वो वहां से उतना बालू उठा रहा है. आज कोई इस पर रोक लगाने वाला नहीं है. आज बालू माफियाओं का हाल कुछ ऐसा है जैसे जिसकी लाठी उसकी भैंस। इसमें करोड़ों रुपये की लूट हो रही है और सरकार भी इसको नहीं रोक रही है. सरकार का इसमें रोकथाम न करना इस बात को दर्शाता है कि सरकार भी इस अवैध व्यापार में शामिल है.

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