पटना। ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक इन दिनों काफी चर्चा में दिखाई दे रही हैं। वहीं, ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल होने के सवाल पर पप्पू यादव नाराज़ हो गए। उन्होंने कहा कि आप क्या चाहते है की हम लालू यादव और नीतीश कुमार के पैर पकड़ लें और कहें कि हमें इंडिया गठबंधन में शामिल कर लीजिए।
‘इंडिया’ गठबंधन पर पप्पू यादव का बयान
जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव अभी तक महागठबंधन की वेटिंग लिस्ट में चल रहे हैं। शनिवार को उन्होंने कई मुद्दों को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल होने को लेकर बड़ा बयान दिया,जो काफी चर्चा में है। पप्पू यादव ने ‘इंडिया’ में शामिल होने के सवाल पर नाराज़गी भरे शब्दों में कहा कि आप क्या चाहते हैं कि हम ‘इंडिया’ में शामिल होने के लिए लालू यादव और नीतीश कुमार के पैर पकड़ लें और कहें कि हमको भी शामिल कर लीजिए। या फिर तेजस्वी यादव का पैर पकड़ लें? दरअसल जब पप्पू यादव से पूछा गया कि इतने बड़े जनाधार वाले नेता को इतना इंतज़ार क्यों करना पड़ रहा है ? जिसके ज़वाब में पप्पू यादव ने कहा कि हमारा कोई जनाधार नहीं है। हम जाति वाले नेता नहीं हैं। लेकिन हमारा क्षेत्र है, और अपने क्षेत्र में हम किसी पर भी भारी पड़ सकते हैं। कोसी, सीमांचल और मिथिला में हम किसी पर भी भारी पड़ेंगे। कोसी, सीमांचल और मिथिला की जनता से पप्पू यादव का मां-बेटा और बाप-बेटी का रिश्ता है।
केके पाठक को पप्पू यादव की सलाह
कांफ्रेंस के दौरान पप्पू यादव ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को भी दे डाली। उन्होंने केके पाठक को सलाह दिया कि वो संविधान और कानून से ऊपर नहीं हैं। संविधान और कानून जो कहता है ,उन्हेंं उसके मुताबिक काम करना चाहिए। पप्पू यादव ने आगे कहा कि स्कूल-कॉलेज में कोचिंग की व्यवस्था नहीं है, लगभग 1200 स्टूडेंट पर एक ही प्रोफेसर हैं। पप्पू यादव ने कहा कि आप बच्चों को मारना चाहते हैं। आखिर कौन इसका दोषी है? एग्जाम के समय जबरदस्ती बच्चों को ठूंस कर बैठाना। समस्तीपुर में गरीब बच्चों को मार दिया गया। छुट्टी को लेकर केके पाठक आप गवर्नमेंट के कैलेंडर से चलिएगा या अपना कैलेंडर बनाइएगा।
‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक
बता दें कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ ने अपने घटक दलों के साथ मुंबई में दो दिवसीय बैठक की थी। इस बैठक के दौरान ‘इंडिया’ गठबंधन ने अपनी चुनाव अभियान समिति और कार्य समूहों में शनिवार को कुछ और नेताओं को शामिल किया. गठबंधन की सर्वोच्च इकाई के रूप में शुक्रवार को 14 सदस्यीय समन्वय समिति गठित की गई थी। इसके अलावा 19 सदस्यीय चुनाव अभियान समिति, सोशल मीडिया से संबंधित 12 सदस्यीय कार्य समूह, मीडिया के लिए 19 सदस्यीय कार्यसमूह और शोध के लिए 11 सदस्यीय समूह का गठन किया था गया था। बता दें कि पप्पू यादव को महागठबंधन में अभी तक जगह नहीं मिली है। जिसके बाद उन्होंने यह फैसला कर लिया है की अगर उन्हें महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया तो वह आगामी लोकसभा चुनाव में पांच सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।