पटना। आज मंगलवार (21 मई) को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) पटना में रहीं। इस दौरान उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। निर्मला सीतारमण ने यहां कई सवालों के जवाब दिए तो वहीं कुछ के सवालों के जवाब में उन्होंने बातें घुमा दी। केंद्रीय वित्त मंत्री ने बिहार को विशेष राज्य के दर्ज़ा दिए […]
पटना। आज मंगलवार (21 मई) को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) पटना में रहीं। इस दौरान उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। निर्मला सीतारमण ने यहां कई सवालों के जवाब दिए तो वहीं कुछ के सवालों के जवाब में उन्होंने बातें घुमा दी। केंद्रीय वित्त मंत्री ने बिहार को विशेष राज्य के दर्ज़ा दिए जाने के सवाल पर कहा कि जब निर्णय होगा तब होगा। इसके अलावा उन्होंने फाइनेंस कमीशन की सिफारिशों का जिक्र किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा, फाइनेंस कमीशन की सिफारिश को मैं बताना चाहती हूं, 2014 से लेकर आज तक रेट टैक्स 32 प्रतिशत से 42 और फिर 41 प्रतिशत हुआ। जम्मू कश्मीर को रीडिफाइन किया गया तब यह 41 हुआ। इसके तहत राज्यों की हिस्सेदारी और सेंट्रल स्कीम को कम करने के लिए कहा गया, उस सिफारिश के बावजूद भी मैंने इसे कम नहीं किया।
इसके अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री ने लालू-राबड़ी के कार्यकाल की भी चर्चा की। उन्होंने जंगलराज का जिक्र करते हुए बिहार की बदहाल आर्थिक स्थिति को गिनाया। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी के दस वर्षों के कार्यकाल के दौरान किए गए काम को बताया और उससे तुलना की। हालांकि, वित्त मंत्री से जब पूछा गया कि सहयोगी दल जेडीयू विशेष राज्य के दर्जे की मांग रहा है तो क्या देंगे? इस पर वित्त मंत्री न ही हां में जवाब दिया और न ही न में।
गौरतलब है कि कई वर्षों से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की जा रही है। लेकिन आजतक इसपर कोई फैसला नहीं हुआ है। वहीं विपक्ष की तरफ से लगातार सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं।