पटना। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है। सियासी गलियारों से हमले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। राज्य के सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस घटना को “जघन्य अपराध” बताया। साथ ही कहा कि ऐसे लोगों को “चुन-चुनकर मौत […]
पटना। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है। सियासी गलियारों से हमले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। राज्य के सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस घटना को “जघन्य अपराध” बताया। साथ ही कहा कि ऐसे लोगों को “चुन-चुनकर मौत के घाट उतारा जाएगा।
प्रेम कुमार ने कहा कि जिस तरह पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी, उसी तरह इस बार भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि कश्मीर में शांति बहाल हो चुकी थी, लेकिन पाकिस्तान के इशारे पर दोबारा अशांति फैलाने का काम किया जा रहा है। एक भी आतंकी नहीं बचेगा, जहां भी छिपे होंगे, उन्हें गोली से उड़ा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है और लगातार बैठकों का दौर जारी है।
सर्वदलीय बैठक का आयोजन भी किया गया। जल्द ही इसके परिणाम सामने आएंगे। इसी मुद्दे पर बिहार के राज्यपाल डॉ. आरिफ मोहम्मद खान का भी बयान सामने आया है। कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड के बघिनी में एक पारिवारिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे राज्यपाल ने कहा कि “यह मानवता के खिलाफ अपराध है और यह हमारे साथ पहली बार नहीं हो रहा है। कई दशकों से यह सिलसिला जारी है। इस समय देश में माहौल गर्म है ‘अब पानी सिर से ऊपर’ जा चुका है।
उन्होंने कहा कि “अब वक्त है कि हम प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार को यह अहसास दिलाएं कि हम सब उनके साथ खड़े हैं। आतंकवाद का अंत होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि ज्ञान, शांति और करुणा की भूमि बोधगया में भी आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों की आत्मा की शांति और विश्व में अमन-चैन की कामना के लिए खास पूजा-अर्चना आयोजित की गई। महाबोधि महाविहार के पवित्र परिसर में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में बौद्ध परंपरा के मुताबिक मंत्रोच्चार, दीप प्रज्वलन और ध्यान का आयोजन हुआ। इसने पूरे वातावरण को शांति और करुणा से भर दिया।