पटना। बिहार में जब लालू यादव की सरकार की तो भाजपा ने विपक्ष में रहकर आपराधिक घटनाओं हवाला देते हुए यहां ‘जंगलराज’है, वहीं अब विपक्ष में तेजस्वी यादव हैं और उन्होंने पूर्व मंत्री व विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता की हत्या के मामले में बिहार में अब असल जंगलराज होने की […]
पटना। बिहार में जब लालू यादव की सरकार की तो भाजपा ने विपक्ष में रहकर आपराधिक घटनाओं हवाला देते हुए यहां ‘जंगलराज’है, वहीं अब विपक्ष में तेजस्वी यादव हैं और उन्होंने पूर्व मंत्री व विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता की हत्या के मामले में बिहार में अब असल जंगलराज होने की बात कही है। तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद भाजपा ने तो अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की बात कही, लेकिन वहीं जदयू ने तेजस्वी यादव से साथ-साथ यह भी कहा कि वह अगर इस हत्या के अपराधी के बारे में कुछ जानते हैं तो पुलिस और सरकार की मदद के लिए आगे आएं।
तेजस्वी यादव लगातार पिछले दो महीने में जितनी आपराधिक वारदात हो रही है, उनकी सूची जारी कर बिहार में जंगलराज की बात कह रहे थे। मुकेश सहनी के पिता की हत्या के बाद वह अब यह मांग रहे हैं और यह कह रहे हैं कि जब पूर्व मंत्री का पिता ही सुरक्षित नहीं है तो फिर ऐसे में कहा जा सकता है कि बिहार में जंगलराज स्थापित हो गया है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि मुकेश साहनी के पिताजी की जिस तरह से हत्या की गई है, वह दु:खद और पीड़ाजनक है। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। इस अपराधिक घटना को जिन लोगों ने अंजाम दिया है। उसे पुलिस खोज निकालेगी और न्यायिक प्रक्रिया के द्वारा उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। यदि किसी सामान्य नागरिक के साथ भी अगर इस तरह घटना होती है तो राज्य सरकार का कर्तव्य है कि वह बिना देरी किए कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करे”
तेजस्वी यादव के जंगल राज वाली बात पर नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव अगर कोई सवाल खड़ा कर रहे हैं, तो उन्हें यह अधिकार प्राप्त है। वह सवाल उठा सकते है। हमे पुलिस इन्वेस्टिगेशन पर भरोसा करते हैं। हम माननीय तेजस्वी यादव से भी अनुरोध करते हैं कि आपका भी कार्यकर्ता है, अगर आपके पास भी कोई जानकारी है तो पुलिस पदाधिकारी को तमाम जानकारी उपलब्ध कराईये, जिससे मुकेश साहनी जी को न्याय मिल सके। नीरज कुमार ने कहा कि जंगलराज कहते तब, जब पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती, पुलिस पर दबाव रहता, जाति-धर्म भेदभाव करने का आरोप रहता, आरोपी को बचाने का आरोप रहता, कौन माई का लाल पैदा नहीं हुआ है जो अपराधिक घटना पर किसी को बचा सके।