पटना: पिछले दिनों बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई का आदेश सरकार ने दिया। बता दें कि आनंद मोहन की रिहाई के लिए बिहार सरकार ने जिस तरीके से कानून में संशोधन किया। उसके बाद से उनके रिहाई पर सवाल उठ रहे हैं। और अब इसमें नई दिल्ली में सेंट्रल […]
पटना: पिछले दिनों बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई का आदेश सरकार ने दिया। बता दें कि आनंद मोहन की रिहाई के लिए बिहार सरकार ने जिस तरीके से कानून में संशोधन किया। उसके बाद से उनके रिहाई पर सवाल उठ रहे हैं। और अब इसमें नई दिल्ली में सेंट्रल आईएएस एसोसिएशन ने भी नाराजगी जताई है। एसोसिएशन का कहना है कि जिस तरीके से पूर्व जिला अधिकारी और दिवंगत आईएएस जी कृष्णैया के हत्या की गई। और उनके हत्या के मामले में सजा काट रहे दोषी को रिहा करने के लिए बिहार सरकार ने कानून में संशोधन किया। जो काफी दुखद है। साथ ही एसोसिएशन ने सरकार के इस फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है।
IAS जी कृष्णैया की हुई थी हत्या
आईएएस एसोसिएशन ने कहा कि गोपालगंज के पूर्व जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या उस वक़्त की गई जब वह ड्यूटी पर तैनात थे। और आज उनके हत्या के दोषी को रिहा करने के लिए बजाप्ता नियम में संशोधन करना और रिहाई का आदेश देना न्याय से वंचित करने के समान है। ऐसे फैसले सार्वजनिक व्यवस्था को कमजोर बनाते है। और यह न्याय व्यवस्था का उपहास है। बिहार सरकार का ये फैसला लोक सेवकों के मनोबल को कमजोर करने वाला है।