पटना।अपने विवादित बयानों की वजह से हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने फिर से अजीबोगरीब बयान दे दिया है। इस बार उन्होंने पैगंबर मुहम्मद साहब की तुलना मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम से कर दिया है। इस बयान के बाद से प्रदेश में फिर से सियासी पारा चढ़ गया है। राम […]
पटना।अपने विवादित बयानों की वजह से हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने फिर से अजीबोगरीब बयान दे दिया है। इस बार उन्होंने पैगंबर मुहम्मद साहब की तुलना मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम से कर दिया है। इस बयान के बाद से प्रदेश में फिर से सियासी पारा चढ़ गया है।
दरअसल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर नालंदा के हिलसा में बाबा अभयनाथ धाम परिसर में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि दुनिया में बुराई बढ़ रही थी और ईमानदारी खत्म हो रही थी। उसी वक़्त ईमानदारी लाने के लिए मध्य एशिया के इलाके में मर्यादा पुरुषोत्तम मोहम्मद साहब धरती पर आये थे। असल में भगवान राम जाति व्यस्था से खुश नहीं थे इसलिए उन्होंने माता शबरी के जूठे बेर खाये और यह संदेश दिया। उन्होंने जातियां मायने नहीं रखती इसका सभी को मैसेज दिया। दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि हम भगवान राम के जरिए दिखाए गए आचरण का हिमायत नहीं कर रहे हैं।
शिक्षा मंत्री के इस बयान पर हंगामा शुरू हो गया है। भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने कहा कि चन्द्रशेखर ने भगवान कृष्ण की पाकीज़गी को ठेस पहुंचाने की कोशिश की है। हिंदू-सनातन मजहब के खिलाफ जो टिप्पणी हो रहा है वो राजद की मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि चंद्रशेखर यादव को मौलाना वाली टोपी पहननी चाहिए, नमाज अदा करनी चाहिए, अपना खतना कराना चाहिए और भारत से पाकिस्तान चले जाना चाहिए।