पटना: इन दिनों साहिबगंज के भाजपा विधायक राजू कुमार सिंह चर्चा में बने हुए हैं। दरअसल उन पर पारू के अंचलाधिकारी और राज्य कर्मचारी के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। जिसके बाद पुलिस ने उन पर एफआईआर भी दर्ज़ कर ली है। वहीँ अब खुद पर लगे आरोप पर विधायक राजू सिंह ने […]
पटना: इन दिनों साहिबगंज के भाजपा विधायक राजू कुमार सिंह चर्चा में बने हुए हैं। दरअसल उन पर पारू के अंचलाधिकारी और राज्य कर्मचारी के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। जिसके बाद पुलिस ने उन पर एफआईआर भी दर्ज़ कर ली है। वहीँ अब खुद पर लगे आरोप पर विधायक राजू सिंह ने इसे पूरी तरह से बेबुनियाद और गलत बताया है। विधायक ने अंचलाधिकारी अनिल भूषण पर ही आरोप लगते हुए कहा कि वो पूरी तरह से भ्रष्ट अधिकारी है। मैंने खुद उसे 11 अप्रैल को अपने घर पर बुलाया था। उसी दौरान हमने अनुसूचित जाति टोले में लगी आग को लेकर मुआवज़े का सवाल किया था। मुझ पर एफआईआर इसलिए कराया गया ताकि भ्रष्टाचारियों को बचाया जा सके। इन सबके पीछे कहीं न कहीं कोई राजनितिक हाथ है।
भ्रष्टाचारियों को बचाया जा रहा
बीजेपी के विधायक राजू सिंह का कहना है कि मैंने मुआवजा को लेकर एसडीओ से बात की थी। और उसे मुआवजा देने को कहा था। और बोला कि ये आपदा का मामला है इस पर मुआवज़े का प्रावधान है। एसडीओ अनिल भूषण कर्मचारियों के साथ दोहन करता है। पूरे अंचल को कुल 3 कर्मचारी मिलकर चला रहे हैं। जिससे लगता है कि इन सब के पीछे राजनीतिक हाथ है। और इसमें कई भ्रष्ट लोग मिले हैं। जो इन भ्रष्टाचारियों को बचा रहे हैं। इस कारण से ही मुझ पर एफआईआर कराई गयी है। हमारे पास एसडीओ के भ्रष्टाचार के कई सबूत हैं, जिसे मैं अधिकारियों के पास रखूँगा
क्या था मामला ?
आपको बता दें की साहिबगंज से भाजपा के विधायक राजू सिंह पर पारू प्रखंड के एसडीओ और राजस्व कर्मचारी से मारपीट करने के साथ-साथ उन्हें जातिसूचक और भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगा है। जिसके बाद उनपर पारू थाना में एफआईआर दर्ज़ कराया गया।