CM नीतीश कुमार ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर दिया बड़ा बयान, क्या जरुरत है ऐसा बोलने की..

पटना: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) इन दिनों पटना के नौबतपुर में अपनी पांच दिवसीय कथा कर रहे हैं। आपको बता दें कि 13 मई से इस कथा की शुरुआत हुई थी. और 17 तारीख को कथा का समापन होना है। धीरेंद्र शास्त्री के बिहार आने […]

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CM नीतीश कुमार ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर दिया बड़ा बयान, क्या जरुरत है ऐसा बोलने की..

Jaan Nisar Khan

  • May 16, 2023 1:44 pm IST, Updated 2 years ago

पटना: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) इन दिनों पटना के नौबतपुर में अपनी पांच दिवसीय कथा कर रहे हैं। आपको बता दें कि 13 मई से इस कथा की शुरुआत हुई थी. और 17 तारीख को कथा का समापन होना है। धीरेंद्र शास्त्री के बिहार आने से पहले ही बयानबाजी शुरू हो गई थी. कहीं बाबा का समर्थन तो कहीं विरोध हो रहा था. इसी दौरान महागठबंधन के कई नेताओं के द्वारा बाबा के विरोध में बयान दिया गया था। वहीँ अब बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने भी मंगलवार (16 मई) को बड़ा बयान दिया है.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमें आश्चर्य होता है जो ऐसा बोलते हैं. क्या जरूरत है ऐसा बोलने की? यहां हिंदू-मुस्लिम सब लोग रहते हैं सबको अपने ढंग से पूजा का अधिकार है. सब को अपना धर्म मानने का अधिकार है. आजादी की लड़ाई कौन लड़े थे? संविधान सबकी सहमति से बना. हमको आश्चर्य होता है जो ऐसा बोलते हैं. क्या जरूरत है ऐसा बोलने की?

संविधान में सभी का उत्थान

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस देश में कुल सात धर्म हैं. पारसी तो बहुत कम है. सीएम नीतीश ने कहा कि जो अपनी मर्जी से बोल रहा है उसकी कोई वैल्यू नहीं है, अगर मीडिया लिख देगा कि इस तरह का बयान संविधान का उल्लंघन है तो अच्छा होगा. आगे उन्होंने कहा कि जो लोग बोल रहे हैं उनका जन्म आजादी की लड़ाई के वक्त थोड़ी हुआ था. संविधान में हर तबके के उत्थान की बात है. अगर कोई संविधान में परिवर्तन करेगा तो लोकसभा और राज्यसभा में दो-तिहाई बहुमत चाहिए. मेरे खिलाफ जो बोलता है उससे उसे फायदा होता है.

आपको बता दें कि आयोजन समिति की ओर से सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को कार्यक्रम में आने के लिए न्योता दिया गया था. हालांकि दोनों बाबा के दरबार में नहीं गए. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था कि हमलोगों को तो निमंत्रण आते रहता है, लेकिन हम वहीँ जाएंगे जहाँ जनता की भलाई की बात होगी। हमलोग जनता की सेवा और काम करने में अपना समय लगा रहे हैं.

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