पटना। बिहार में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बधाई दी है। वहीं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और लालू यादव ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। जाति गणना की रिपोर्ट पर तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया बिहार में जाति […]
पटना। बिहार में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बधाई दी है। वहीं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और लालू यादव ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बिहार में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी हो गई है। इस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ-साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। बता दें कि तेजस्वी यादव ने इसे एतिहासिक क्षण बताया है। उन्होंने आज रिपोर्ट जारी होने के बाद ट्वीट किया है। तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि बिहार के जाति आधारित सर्वे के आंकड़े सावर्जनिक हो गए है। उन्होंने इसे एक एतिहासिक क्षण बताया है साथ ही इसे दशकों के संघर्ष का प्रतिफल भी कहा है। उन्होंने आगे लिखा कि अब सरकार की नीतियां और नीयत दोनों ही जाति आधारित सर्वे के इन आंकड़ों का सम्मान करेंगे।
इसके अलावा आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी जाति गणना रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि आज गांधी जयंती पर इस एतिहासिक क्षण के हम सब साक्षी बने हैं। बीजेपी की अनेकों साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम षड्यंत्र के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे को रिलीज किया है। लालू प्रसाद यादव ने लिखा- ये आंकड़े वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास और तरक्की के लिए समग्र योजना बनाने और हाशिए के समूहों को आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने में देश के लिए नजीर पेश करेंगे। वहीं सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं। जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई। सीएम ने कहा- बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर शीघ्र ही बिहार विधानसभा के उन्हीं 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी और जाति आधारित गणना के परिणामों से उन्हें अवगत कराया जाएगा।
बता दें कि 2 अक्टूबर को बिहार में जाति आधारित गणना कि रिपोर्ट आ गई है। इसमें बिहार सरकार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार राज्य में सामान्य वर्ग के लोगों की आबादी 15 प्रतिशत है वहीं पिछड़ा वर्ग की आबादी 27 प्रतिशत से ज्यादा है, जबकि अनुसूचित जाति की आबादी करीब 20 प्रतिशत है। बता दें कि नीतीश कुमार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट में यह डेटा सामने आया है।