पटना। सूबे के सीएम नीतीश कुमार ने रमजान के महीने में राज्य के मुस्लिम समुदाय के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को बड़ी छूट दी है। सीएम ने ऐलान किया है कि रमजान के मौके पर मुस्लिम कर्मचारी और अधिकारियों के लिए ड्यूटी के समय में बदलाव किया जाएगा। नए आदेश के मुताबिक मुस्लिम कर्मचारी एक घंटे […]
पटना। सूबे के सीएम नीतीश कुमार ने रमजान के महीने में राज्य के मुस्लिम समुदाय के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को बड़ी छूट दी है। सीएम ने ऐलान किया है कि रमजान के मौके पर मुस्लिम कर्मचारी और अधिकारियों के लिए ड्यूटी के समय में बदलाव किया जाएगा। नए आदेश के मुताबिक मुस्लिम कर्मचारी एक घंटे पहले ऑफिस जाएंगे और एक घंटे पहले ऑफिस से घर आ जाएंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह सीएम नीतीश कुमार का बड़ा दांव है। मुस्लिम वोटर्स इससे खुश होकर बड़ी संख्या में महागठबंधन के पक्ष में वोट डालेंगे। नीतीश कुमार ने जो सर्कुलर जारी किया है, उसके मुताबिक यह आदेश हर साल रमजान के महीने में लागू होगा। हालांकि इस फैसले से बिहार की सियासत में घमासान मच गया है। मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने इसे लेकर महागठबंधन सरकार पर हमला बोला है। बीजेपी का कहना है कि किसी जाति विशेष के लिए अलग से छूट देना सही नहीं हैं। हिंदुओ के पर्व-त्यौहार भी आ रहे हैं। उन्हें भी सीएम विशेष छूट दें।
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि जब सरकार रमजान पर विशेष छूट दे सकती है तो रामनवमी पर भी देनी चाहिए। हिंदुओं को तो नवरात्रि और रामनवमी पर सुबह से ही उठ कर पूजा की तैयारी में जुटना पड़ता है। हर घर में रामनवमी की पूजा होती है इसलिए ये विशेष छूट हिंदुओं को भी उनके पर्व त्योहार पर मिलना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि रमजान के अवसर पर मुस्लिम कर्मियों को एक घंटा पहले आने-जाने की छूट दी गई है। इससे स्पष्ट हो गया है कि यह सरकार पीएफआई के जुड़े हुए लोगों की सरकार है। पूरे देश में और बिहार में ऐसा पहली बार हुआ है, इस सरकार में जो अफसर बैठे हैं वह पीएफआई के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।