पटना। प्रदेश के सियासी गलियारें में इस बात की चर्चा खूब हो रही है कि क्या महागठबंधन के बीच सबकुछ ठीक चल रहा है? दरअसल अचानक ऐसा देखने को मिला है कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार के कार्यक्रम से दूरी बना ली है. जिसके बाद इस बात की चर्चा जोरो पर होने […]
पटना। प्रदेश के सियासी गलियारें में इस बात की चर्चा खूब हो रही है कि क्या महागठबंधन के बीच सबकुछ ठीक चल रहा है? दरअसल अचानक ऐसा देखने को मिला है कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार के कार्यक्रम से दूरी बना ली है. जिसके बाद इस बात की चर्चा जोरो पर होने लगी है कि दोनों पार्टियों के बीच खटपट चल रही है. बताया जा रहा है कि राजधानी पटना में आयोजित सीएम नीतीश कुमार के कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी शामिल होना था लेकिन वे नहीं पहुंचे। सीएम नीतीश के बगल में तेजस्वी यादव के लिए कुर्सी लगायी गयी थी। पूरा कार्यक्रम ख़त्म हो गया लेकिन तेजस्वी नहीं आये। जिसके बाद इस बात की चर्चा होने लगी कि राजद और जदयू के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। दोनों के बीच दूरियां बढ़ गयी है.
गौरतलब है कि राजधानी पटना में मंगलवार को किसान समागम आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. इस दौरान सीएम नीतीश ने राज्य के किसानों से बात कर उनकी समस्याएं एवं राय जानी। साथ ही सरकार की ओर से किसानों की समस्या के समाधान के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस पर मंथन किया गया.
किसानों से संवाद के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी आना था लेकिन वो नहीं आएं. सीएम के बगल में उनके लिए कुर्सी भी लगायी गयी परंतु संवाद खत्म होने के बाद भी तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे. जिसके बाद इस की संभावना व्यक्त की जाने लगी कि ललन सिंह के बयान से उपमुख्यमंत्री नाराज है. दरअसल एक दिन पहले जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि हमने कब कहा कि तेजस्वी यादव अगले मुख्यमंत्री होंगे। 2025 में तय किया जाएगा कि बिहार का अगला सीएम कौन बनेगा. जबकि इससे पहले सीएम नीतीश कई बार संकेत दे चुके है कि अगला चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. लेकिन अब जदयू में उठ रहे असंतोष को देखते हुए पार्टी अपने वादे से मुकरती हुई नजर आ रही है. जिसके बाद इस बात का कयास लगाया जा रहा है कि राजद में ललन सिंह के बयान से नाराजगी है।