पटना। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर बिहार में सियासत गरमाई हुई है। उनके इस बयान को लेकर बीजेपी लगातार हमलावर है। अब प्रशांत किशोर ने भी RJD को लेकर बड़ा बयान दिया है। ये चंद्रशेखर का व्यक्तिगत मामला नहीं जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत […]
पटना। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर बिहार में सियासत गरमाई हुई है। उनके इस बयान को लेकर बीजेपी लगातार हमलावर है। अब प्रशांत किशोर ने भी RJD को लेकर बड़ा बयान दिया है।
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों मुजफ्फरपुर में हैं। उन्होंने रविवार को रामचरितमानस को लेकर शिक्षा मंत्री के दिए गए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं शिक्षा मंत्री को व्यक्तिगत तौर पर जानता हूं। वह पढ़े-लिखे समझदार व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक मैं समझता हूं ये चंद्रशेखर का व्यक्तिगत मामला नहीं है और न ही व्यक्तिगत तीखी टिप्पणी है। ये दल गत मामला है। दल वाले ही इनसे ये कहलवाते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि चंद्रशेखर जिस राज्य के शिक्षा मंत्री हैं वहां का हर व्यक्ति मानता है कि शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गई है तो उनको शिक्षा सुधारने पर ध्यान देना चाहिए बजाय इसके कि जो पार्टी वाले ऊलजलूल बातें करवाते हैं।
जन सुराज के सूत्रधार ने रामचरितमानस वाले विवादित बयान को लेकर कहा कि ऐसा बयान जान बूझकर दिलवाया जाता है ताकि समाज में द्वेष बढ़े। इससे आपस में मारपीट, झगड़ा-लड़ाई हो और रोजगार-शिक्षा पर से ध्यान भटका रहे है। उन्होंने कहा कि RJD के नेता और लालू यादव के लड़के सकारात्मक बात पर राजनीति करना चाहते हैं तो बिहार के लिए ये बहुत अच्छी बात है। RJD वालों ने अपने जीवन में कभी सकारात्मक बात तो की नहीं है। न इनके बाबूजी ने किया न माताजी ने किया और न ये खुद कर रहे हैं। ये मीडिया को नसीहत दे रहे हैं तो मीडिया वालों को खुश होना चाहिए कि लालू यादव के लड़के सकारात्मक राजनीति करने की बात कर रहे हैं। वहीं तेजस्वी यादव नए लड़के हैं और अगर इनकी समझ में आए की सकारात्मक राजनीति हो सकती है तो ये अच्छी बात है।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव को अपने नेताओं और मंत्रियों को सलाह देनी चाहिए। लेकिन सबसे पहले वह खुद इसे मानें। ये कैसे संभव है कि उनका मंत्री बयान दे रहा है और तेजस्वी यादव को पता ही नहीं है? आपको लगता है कि आरजेडी में कोई मंत्री बयान दे देगा और पता नहीं होगा। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि सुधाकर सिंह ने बयान था वो कितने दिन मंत्रालय में रहे? वो जगदानंद सिंह के लड़के हैं इसके बावजूद उनको अपना पद छोड़ना पड़ा था। ऐसा कैसे संभव है कि चंद्रशेखर बयान देते हैं और तेजस्वी यादव उससे सहमत नहीं हैं। इसके बाद भी उनपर कोई कार्रवाई नहीं होती है। इतनी राजनीति तो सबको समझ आ रही है। ये लोग खुद ही बयान दिलवाते हैं ताकि समाज में हिन्दू-मुस्लिम हो जाए और समाज में ध्रुवीकरण बना रहे ताकि उसी पर रोटी सेंक कर ये राजनीति करते रहें।