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Bihar Politics: नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की होगी राजनीति में धमाकेदार एंट्री!

पटना। बिहार के(Bihar Politics)मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को दिल्ली में पीएम नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद कई तरह की बात सामने आ रही है कि क्या अब नीतीश दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे? बिहार में अब क्या होगा? इस बीच एक ओर जहां लोकसभा चुनाव का […]

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Bihar Politics: Nitish Kumar's son Nishant Kumar will have a big entry in politics!
  • June 4, 2024 4:56 am IST, Updated 10 months ago

पटना। बिहार के(Bihar Politics)मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को दिल्ली में पीएम नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद कई तरह की बात सामने आ रही है कि क्या अब नीतीश दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे? बिहार में अब क्या होगा? इस बीच एक ओर जहां लोकसभा चुनाव का आज रिजल्ट आ रहा है, तो वहीं जेडीयू के वरिष्ठ नेता और पटना के महासचिव परम हंस के एक बयान से हंगामा मचा हुआ हैं। उनके बयान पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या अब नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार राजनीति में एंट्री कर सकते है।

परम हंस ने निशांत को लेकर दिया बयान

परम हंस ने सोमवार को अपने दिए बयान में कहा है कि आज समय और परिस्थिति की जो मांग है नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को पार्टी और राज्य के हित में आगे आना चाहिए। नीतीश कुमार हमेशा परिवारवाद पर हमला करते रहे हैं। इस पर परम हंस कुमार ने कहा है कि यह बात सही है वह अपनी जगह पर जिस बात को कहते है वह बिल्कुल सही है। परिवारवाद में जो सत्ता सुख भोगने की परंपरा चल चुकी है उसका हम लोग विरोध करते है। लेकिन कहीं कोई ईमानदार, साफ-सुथरे नेता का कोई बेटा हो जो ईमानदारी से देश की सेवा करना चाहता है तो उसको राजनीति मे आने से कोई दिक्कत नहीं है।

निशांत के भीतर कोई लालच नहीं

परम हंस कुमार के मुताबिक निशांत कुमार के अंदर कोई भी लोभ- लालच नहीं है। ऐशो- आराम का जीवन जीना निशांत को पसंद नहीं है। वह बेहतर से बेहतर बिहार की सेवा, पार्टी की सेवा कर सकते हैं। इसलिए मैं मांग कर रहा हूं कि निशांत कुमार को निश्चित रूप से राजनीति में आना ही चाहिए। निशांत कुमार के बारे में परम हंस बताते है कि वह राजनीति में बहुत अच्छे और दूरदर्शी नेता साबित हो सकते है। नीतीश कुमार के बाद क्या जेडीयू में कोई अच्छा नेता नहीं है? इस पर परम हंस ने कहा है कि निशांत को राजनीति में लाने की मांग करने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि हमारी पार्टी में जो नेता हैं वह अयोग्य हैं या हमारी पार्टी कमजोर हो गई है। हम तो इसलिए मांग कर रहे हैं कि पार्टी को बेहतर और मजबूत हो जाएगी। राज्य का और विकास होगा।


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