पटना। सीएम नीतीश कुमार की पार्टी के एक और नेता ने उनका साथ छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि अब जेडीयू नेता संजय झा ने कहा है कि बीजेपी के अधिकतर सांसद और नेता उनके संपर्क में हैं और जल्द ही बीजेपी में टूट होगी।
नीतीश सरकार के एक और नेता का इस्तीफा
बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां जोरों- शोरों से चल रही हैं। इसके साथ ही बिहार में दल बदल का खेल भी शुरू हो चुका है। बताया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार के एक नेता ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। जेडीयू के प्रदेश उपाध्यक्ष ललन पासवान ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। बता दें कि बीजेपी पहले से ही ऐसे दावे कर रही है कि जेडीयू में टूट हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ नीतीश सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता संजय झा का कहना है कि बीजेपी के अधिकतर सांसद और नेता उनके संपर्क में हैं और यह संभवना है कि जल्द ही बीजेपी में टकराव होगा। अब इसे लेकर कई नेताओं कि प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
क्या बीजेपी में चल रहा है आपसी मतभेद
सांसद संजय झा के बयान पर राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने अपना बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने कई बार कहा है कि बिहार में बीजेपी अपनी हैसियत का आंकलन कर चुकी है। बीजेपी के सांसदों और विधायकों को पता है कि वो नहीं जीतेंगे। शक्ति सिंह यादव ने कहा कि अब बीजेपी के लोगों ने उनकी पार्टी के लोगों से संपर्क करना शुरु कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के अधिकांश सांसद और विधायक हमारे संपर्क में हैं। वहीं कांग्रेस भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने में पीछे नहीं दिखाई दे रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि इंडिया गठबंधन बनने के बाद बीजेपी के कई सांसद संशय के स्थिति में है। वह लगातार इंडिया गठबंधन के नेताओं से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे साथ आने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता और सांसद इंडिया गठबंधन की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
क्या बोले बीजेपी नेता ?
इस बीच महागठबंधन के नेताओं द्वारा दिए गए बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि संजय झा इस तरह का बयान देकर अपनी दयनीय स्थिति को प्रकट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जेडीयू एक क्षेत्रीय पार्टी है जो अपने बूते पर बिहार में सरकार बनाने की स्थिति में भी नहीं है। इसके अलावा इंडिया गठबंधन में भी जेडीयू की क्या स्थिति है, यह किसी से छिपी नहीं है।