पटना। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम में संबोधित करने के दौरान कहा कि बिहार की बदहाली के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी ठीक है लेकिन गरीबों के साथ अन्याय ठीक नहीं। बिहार की बदहाली के जिम्मेदार नीतीश कुमार प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने […]
पटना। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम में संबोधित करने के दौरान कहा कि बिहार की बदहाली के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी ठीक है लेकिन गरीबों के साथ अन्याय ठीक नहीं।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में जन सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बिहार की बदहाली के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। उन्होंने (नीतीश कुमार) ने 2023 तक तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के लिए कहा था लेकिन अब वह तरह-तरह के नाटक कर रहे हैं।
जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार पर भड़कते हुए कहा कि वह सोचते कुछ और करते कुछ हैं। नीतीश कुमार हमसे दो साल छोटे हैं, शिक्षा में भी राजनीति में भी। जीतन मांझी ने कहा कि वह नीतीश अपनी पसंद के मंत्री बनाना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने एक लिस्ट दी थी और बिना पूछे मंत्रियों को विभाग बांट दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम हम थे और निर्णय वह (नीतीश कुमार) कर रहे थे जिसके बाद मीडिया ने लिखा था कि रबर स्टांप हैं जीतन राम मांझी। वह रिमोट से चल रहे हैं। तब मेरी चेतना जाग गई।
बता दें कि जीतन राम मांझी ने कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी की बहुत तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने मुझे काफी सम्मान दिया है। वह देश के लिए बेहतर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 508 स्टेशनों के लिए करोड़ों रुपये दिए हैं। पीएम गरीबों के बारे में सोचते हैं लेकिन नीतीश कुमार को सत्ता चाहिए। जीतन राम मांझी ने कहा कि 4200 करोड़ में गंगाजल, पीने को पानी नहीं और तर्पण पर इतना खर्च? मांझी ने यह भी बताया कि पटना का म्यूजियम फिजूलखर्ची है। इस पर कोर्ट ने भी टिप्पणी की है। यह 221 करोड़ में बना है। नए म्यूजियम को लेकर 371 करोड़ का अंडरपास बन रहा है और यह भी फिजूलखर्ची है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शराबबंदी के बारे में कहा कि अगर गरीब दवा के रूप में दारू पिएं तो कोई हर्ज नहीं है। वहीं आज सभी बड़े लोग 10 बजे के बाद दारू पी रहे हैं लेकिन नीतीश उन्हें जेल नहीं भेजते हैं। उन्होंने कहा कि गरीब 500 कमाएगा तो दारू का दो हजार जुर्माना कहां से भरेगा? शराबबंदी ठीक पर गरीबों के साथ अन्याय ठीक नहीं है। जीतन राम मांझी ने कहा कि वैसे दारू नहीं पीना चाहिए क्योंकि यह अच्छी चीज नहीं है।