बिहार : इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बढ़ेगी तकरार, सुशील मोदी ने बताया कारण

पटना। जल्दी ही लोकसभा चुनाव होने की आशंका जताई जा रही है और इसी बीच बीजेपी ने यह दावा भी कर दिया है कि इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर तकरार बढ़ेगी। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को बयान जारी करते हुए इसके कई कारणों के बारे में […]

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बिहार : इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बढ़ेगी तकरार, सुशील मोदी ने बताया कारण

Nidhi Kushwaha

  • September 19, 2023 5:36 am IST, Updated 1 year ago

पटना। जल्दी ही लोकसभा चुनाव होने की आशंका जताई जा रही है और इसी बीच बीजेपी ने यह दावा भी कर दिया है कि इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर तकरार बढ़ेगी। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को बयान जारी करते हुए इसके कई कारणों के बारे में बताया है।

टिकट बंटवारे का दौर आने पर बढ़ेगी दरार

पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने अपने बयान में कहा कि विपक्षी गठबंधन की दिल्ली बैठक से महागठबंधन में दरार दिखने लगी है। टिकट बंटवारे का दौर आने पर ये दरार और बढ़ जाएगी। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कांग्रेस का बिना अन्य दलों की राय लिए भोपाल की रैली को स्थगित करना, नीतीश कुमार का,14 टीवी पत्रकारों के बहिष्कार पर अलग स्टैंड लेना घमंडिया गठबंधन के अनिश्चित भविष्य का संकेत हैं। सुशील कुमार ने कहा कि भोपाल में साझा रैली का निर्णय समन्वय समिति ने लिया था, लेकिन कांग्रेस नेता कमलनाथ ने इस रैली को रद्द करने का फैसला सुना दिया।

MP और छत्तीसगढ़ में अहम मुकाबला बीजेपी से

पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि माकपा ने समन्वय समिति की बैठक में अपना प्रतिनिधि नहीं भेजा था। उन्होंने एकतरफा निर्णय ले लिया कि उनकी पार्टी केरल में कांग्रेस और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के साथ कोई समझौता नहीं करेगी। क्या यही विपक्षी एकता है? उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विपक्षी दलों का अहम मुकाबला बीजेपी से है लेकिन इन दोनों राज्यों में केजरीवाल की पार्टी ने 10-10 उम्मीदवार अकेले ही घोषित कर दिए हैं।

यह कैसा दोहरापन है?

बीजेपी नेता सुशील मोदी ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां टीवी पत्रकारों के बहिष्कार के निर्णय से सहमत नहीं हैं और प्रेस की आजादी पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन वहीं राज्य सरकार की आलोचना करने वाले अखबारों के विज्ञापन को रोकने की शिकायतें भी मिलती हैं। यह कैसा दोहरापन है? उन्होंने कहा कि कुछ टीवी पत्रकारों के बहिष्कार का निर्णय समन्वय समिति की बैठक का था और उसमें JDU के प्रतिनिधि उपस्थित थे। क्या JDU ने अपनी असहमति दर्ज कराई थी? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और कमलनाथ के बयान विपक्षी एकता की पोल खोल रहे हैं। यह तो अभी शुरुआत है, आगे-आगे देखिए होता है क्या।

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