पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद नजदीकी मंत्री अशोक चौधरी ने भूमिहार जाति को लेकर एक बयान दिया है। जिसके बाद राजनीति में हड़कंप मच गया है। मंत्री अशोक चौधरी का विरोध किया जा रहा है। स्वयं पार्टी के लोग ही उनका विरोध कर रहे हैं। गोपाल शर्मा ने बयान को बताया बेबुनियाद पार्टी के […]
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद नजदीकी मंत्री अशोक चौधरी ने भूमिहार जाति को लेकर एक बयान दिया है। जिसके बाद राजनीति में हड़कंप मच गया है। मंत्री अशोक चौधरी का विरोध किया जा रहा है। स्वयं पार्टी के लोग ही उनका विरोध कर रहे हैं।
पार्टी के अंदर से ही उन्हें खुल्लम- खुल्ला चुनौती मिलने लगी है। मंत्री अशोक चौधरी से माफी मांगने की मांग की जा रही है। बयान के विरोध में पार्टी के नेता मैदान में उतर गए हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि नरसंहार के युग में अशोक चौधरी राजद के ऐसे रंगा सियार है जो लालू यादव की गोद में बैठकर मलाई खाते हैं। जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा ने अशोक चौधरी के बयान का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी ने बयान दिया है कि जहानाबाद में भूमिहार जाति के लोगों ने जदयू के उम्मीदवार को वोट नहीं दिया है। जो पूरी तरह से बेबुनियाद है।
नीतीश कुमार के सपनो के ठीक विपरीत मंत्री अशोक चौधरी बिहार को जाति में बांटने का काम रहे हैं। उनके बयान से भूमिहार जाति को ठेस पहुंची है। अशोक चौधरी कहते हैं कि नीतीश शासन के पूर्व बिहार में 185 नरसंहार हुए, लेकिन सत्य यह भी है कि जिस समय नरसंहारों का दौर चल रहा था उस समय अशोक चौधरी जंगलराज के राजा के साथ गोद में बैठकर मलाई खा रहे थे। याद रहे कि अशोक चौधरी उसी जंगलराज के भेड़िया और सियार हैं और आज जंगलराज- जंगलराज चिल्लाकर जनता को गुमराह करने में लगे हुए हैं ।