पटना। अयोध्या में राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बनाए जाने की बात इंटरनेट में फैलाने वाले मो. याकूब खान को PFI मामले में पूर्वी चंपारण से गिरफ्तार किया गया बता दें अयोध्या में बन रहे राममंदिर का वह विरोधी था। उसने सोशल मीडिया में पोस्ट पर मंदिर का विरोध किया था। जब वह ट्रोल […]
पटना। अयोध्या में राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बनाए जाने की बात इंटरनेट में फैलाने वाले मो. याकूब खान को PFI मामले में पूर्वी चंपारण से गिरफ्तार किया गया बता दें अयोध्या में बन रहे राममंदिर का वह विरोधी था। उसने सोशल मीडिया में पोस्ट पर मंदिर का विरोध किया था। जब वह ट्रोल होना शुरु हुई तो तो उसने ट्रोल करने वाले युवक से खतरनाक बदला लेने की ठानी।
पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ( PFI) मामले में पूर्वी चंपारण से गिरफ्तार किया गया मो. याकूब खान अयोध्या में बन रहे राममंदिर का विरोधी था। उसने अयोध्या में राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बनाए जाने की बात इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट की थी। जब उसके इस पोस्ट का विरोध हुआ तो उसने ट्रोल करने वाले युवक से बदला लेने की रणनीति बनाई। अब तक की जांच से पता चला है कि मो. याकूब खान उर्फ सुल्तान उर्फ उस्मान PFI कैडरों के समूह का हिस्सा था। उसने गुप्त रूप से मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण भी लिया था। इसके अलावा उसने तलवार, चाकू और आग्नेयास्त्रों को चलाने की भी ट्रेनिंग ली थी।
बता दें, वह इंटरनेट मीडिया के साथ प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर भारत विरोधी हिंसक एजेंडे और गतिविधियों को आगे बढ़ाने का काम करता था।
NIA के अनुसार, पिछले साल जनवरी के दौरान, जब राम शिलाओं को पूर्वी चंपारण के मेहसी क्षेत्र से होते हुए अयोध्या ले जाया जा रहा था, तब याकूब ने इंटरनेट मीडिया पर उसी का वीडियो साझा किया था। इसमें उसने अयोध्या में राम मंदिर के बजाय बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण का समर्थन करने की अपील की थी। इस पोस्ट के बाद उसका जमकर विरोध हुआ। इसके बाद उसने पोस्ट पर टिप्पणी करने वाले एक विशेष समुदाय के युवक पर हमला करने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की व्यवस्था की थी। विदित हो कि PFI मामले में 26 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिनमें अब तक कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पीएफआई 2047 तक भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने की साजिश पर काम कर रहा था।