पटना: साल 2025 की शुरुआत हो चुकी है. आज नये साल का पहला दिन है. नया साल हमें अपने अंदर कुछ नए बदलाव लाने का मौका देता है। इसके अलावा नए साल पर हम अपनी कुछ बुरी आदतों को छोड़ने का भी संकल्प लेते हैं। ज्योतिष शास्त्र कहता है कि हमारी आदतें हमारे जीवन पर […]
पटना: साल 2025 की शुरुआत हो चुकी है. आज नये साल का पहला दिन है. नया साल हमें अपने अंदर कुछ नए बदलाव लाने का मौका देता है। इसके अलावा नए साल पर हम अपनी कुछ बुरी आदतों को छोड़ने का भी संकल्प लेते हैं। ज्योतिष शास्त्र कहता है कि हमारी आदतें हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालती हैं।
ऐसे में अगर बुरी आदतों को छोड़ दिया जाए तो सभी नौ ग्रहों की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है। नवग्रहों की कृपा और आशीर्वाद से आपको जीवन में सुख और समृद्धि मिलेगी। ऐसे में आइए जानते हैं वो कौन सी बुरी आदतें हैं, जिन्हें अगर छोड़ दिया जाए तो साल 2025 में आपको सभी नौ ग्रहों की कृपा मिल सकती है।
अगर आप नकारात्मक विचार रखते हैं और दूसरों से ईर्ष्या करते हैं तो आपकी कुंडली में चंद्रमा और केतु कमजोर हो सकते हैं। क्योंकि चंद्रमा को मन और भावनाओं का कारक माना जाता है और केतु को ध्यान और अध्यात्म का कारक माना जाता है। इन दोनों के कमजोर होने से जीवन में कई परेशानियां आ सकती हैं। ऐसे में साल 2025 में अपनी सोच सकारात्मक रखें। दूसरों से ईर्ष्या न करें। ऐसा करने से आपको चंद्रमा और केतु की कृपा प्राप्त होगी।
यदि आप झूठ बोलते हैं तो सूर्य देव और बुध की ऊर्जा नकारात्मक हो जाती है। क्योंकि सूर्य को सत्य, आत्मविश्वास और सफलता का प्रतीक माना जाता है। वहीं बुध को बुद्धि और संचार का कारक कहा जाता है। ऐसे में दोनों ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा आपके जीवन में असफलता लाती है। इसलिए नए साल में सच बोलने की आदत डालें.
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि गुस्सा करने से मंगल और शनि कमजोर हो जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में मंगल को साहस और शनि को संयम और कर्म का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में आपकी गुस्सा करने की आदत के कारण आपकी कुंडली में ये दोनों ग्रह कमजोर हो जाते हैं। इससे जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। ऐसे में नए साल में गुस्सा करने की आदत छोड़ दें। ऐसा करने से आपको मंगल और शनि की कृपा प्राप्त होगी।
आलसी मत बनो और समय बर्बाद मत करो. ऐसा करने से शनि और राहु नाराज हो जाते हैं और अशुभ फल देने लगते हैं। क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्म और अनुशासन का कारक माना जाता है और राहु को इच्छाशक्ति और परिवर्तन का कारक माना जाता है। ऐसे में नए साल में इन दो बुरी आदतों को छोड़ने से आपको शनि और राहु की कृपा मिलेगी, जिससे आप अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल होंगे।