पटना। चार धाम यात्रा की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। आज शुक्रवार (10 मई) से भक्तों के लिए बाबा केदारनाथ (Kedarnath Dham) के कपाट खोल दिए गए हैं। आज अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर मंदिर के कपाट खोले गए हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए जहां केदारनाथ मंदिर और यमुनोत्री […]
पटना। चार धाम यात्रा की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। आज शुक्रवार (10 मई) से भक्तों के लिए बाबा केदारनाथ (Kedarnath Dham) के कपाट खोल दिए गए हैं। आज अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर मंदिर के कपाट खोले गए हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए जहां केदारनाथ मंदिर और यमुनोत्री धाम मंदिर के दरवाजे सुबह 7 बजे खुले वहीं गंगोत्री मंदिर के कपाट दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर खोल दिए गए।
वहीं दर्शन के लिए मंदिर समिति की तरफ से कुछ खास इंतजाम किए गए हैं। जिसके तहत मंदिर के कपाट करीब 13 से 15 घंटे तक खुले रहेंगे। इसी बीच भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे। वहीं सुबह शिवलिंग को स्नान कराकर घी से अभिषेक करने के बाद दीयों और मंत्र जाप के साथ आरती की जाएगी। इस दौरान भक्त आरती में शामिल होने और दर्शन करने के लिए सुबह गर्भगृह में प्रवेश कर सकते हैं।
इसके बाद दोपहर एक से दो बजे तक एक विशेष पूजा होती है जिसके बाद मंदिर (Kedarnath Dham) के पट विश्राम के लिए बंद कर दिए जाते हैं। वहीं शाम 5 बजे मंदिर के कपाट एक बार फिर दर्शनार्थियों के लिए खोले जाते हैं। इसके बाद शाम 07:30 बजे से 08:30 बजे तक एक विशेष आरती होती है। इस दौरान भगवान शिव की पंचमुखी प्रतिमा का विधिवत श्रृंगार किया जाता है। इस समय भक्तगण केवल दूर से दर्शन ही कर सकते हैं।
दरअसल, केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की यात्रा के लिए 15 अप्रैल 2024 से ही रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। हालांकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 3 मई को बंद किए गए थे, लेकिन 8 मई से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भक्तों के लिए फिरसे शुरू कर दी गई। ऐसे में जो लोग चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाए हों वो हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके अलावा यात्री हरिद्वार पहुंचने के बाद ऋषिकेश में रजिस्ट्रेशन ऑफिस व ट्रांजिट कैंप में चारों धामों की यात्रा के लिए अधिकतम तीन दिनों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
पैदल यात्रा
केदारनाथ धाम या किसी भी अन्य धाम तक पैदल यात्रा करना एक धार्मिक और अनुभव भरी यात्रा होती है। अगर आप पैदल यात्रा करने का मन बना रहे हैं तो इसके लिए आप गौरीकुंड या सोनप्रयाग से यात्रा शुरू कर सकते हैं। जिसके बाद पर्वतीय मार्ग से धाम तक पहुंच सकते हैं। यह यात्रा करीब 14 किलोमीटर की होती है।
बस या ट्रैक्सी द्वारा
केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए राजमार्ग सेवा उपलब्ध है। जिसमें यात्री बस और टैक्सी द्वारा केदारनाथ धाम पहुंच सकते हैं। वहीं राजमार्ग सेवा के लिए गुप्तकाशी से या रुद्रप्रयाग से यात्रा करनी पड़ती है।
हेलीकॉप्टर यात्रा
इसके अलावा यात्री आसानी से और जल्दी केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए हरिद्वार, देहरादून और गुप्तकाशी जैसे नजदीकी शहरों से उड़ानें उपलब्ध होती हैं जो कि केदारनाथ धाम तक पहुंचती हैं।
पालकी और घोड़ा, खच्चर की सवारी
वहीं भक्तों के लिए पालकी और घोड़ा खच्चर आदि की सवारी भी उपलब्ध है। यात्री इसकी सहायता से भी केदारनाथ धाम तक पहुंच कर दर्शन कर सकते हैं।