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नीतीश सरकार में मेडिकल शिक्षा को मिला बढ़ावा! 18 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की बात आई सामने

पटना: बिहार की नीतीश सरकार ने मेडिकल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर नये मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अब तक 18 नये मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की स्थापना की घोषणा की गयी है.   संबंधित खबरें गुड न्यूज, बिहार की सड़के बनेगी नंबर-1, प्रशासन बनाएगी गड्ढामुक्त रोड नालंदा […]

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  • February 16, 2025 7:37 am IST, Updated 3 days ago

पटना: बिहार की नीतीश सरकार ने मेडिकल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर नये मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अब तक 18 नये मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की स्थापना की घोषणा की गयी है.

 

मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनाने की घोषणा

बिहार सरकार ने राज्य में 18 नये मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनाने की घोषणा की है. इन नए कॉलेजों के खुलने से मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी क्रांति की उम्मीद है. इससे राज्य में डॉक्टरों की संख्या बढ़ेगी और स्वास्थ्य सेवाएं भी बेहतर होंगी. हालांकि, इन कॉलेजों में अनुभवी शिक्षकों और मेडिकल स्टाफ की भारी जरूरत होगी, लेकिन मेडिकल कॉलेजों की मौजूदा स्थिति पर नजर डालें तो पहले से ही शिक्षकों की भारी कमी है.

इन मानकों के आधार पर हुई घोषणा

नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के मानकों के अनुसार, 100 MBBS सीटों वाले मेडिकल कॉलेज में कम से कम 23 प्रोफेसर, 33 एसोसिएट प्रोफेसर, 41 असिस्टेंट प्रोफेसर और 108 रेजिडेंट डॉक्टर (सीनियर+जूनियर) की जरूरत होती है। लेकिन बिहार के मौजूदा मेडिकल कॉलेजों में ही सीनियर प्रोफेसर की भारी कमी है। साल 2019 में करीब 1100 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति हुई थी, लेकिन समय के साथ प्रमोशन के बाद ये पद अब लगभग खाली हो गए हैं. ऐसे में जब पुराने कॉलेजों में पर्याप्त शिक्षक ही नहीं हैं तो नए कॉलेजों में फैकल्टी कहां से आएगी? ये एक बड़ा सवाल है.

इतने सीटों को बढ़ाने की मंजूरी

नीतीश सरकार ने अररिया और खगड़िया जिले में 100-100 MBBS सीटों को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। इसके अलावा नवादा और औरंगाबाद में नये मेडिकल कॉलेज खोलने की भी योजना बनायी गयी है. इन जिलों में न केवल मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं, बल्कि उनके भवन निर्माण और बुनियादी ढांचे के विकास का काम भी तेजी से चल रहा है।

 

 

 


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