पटना। फरवरी महीने में जया एकादशी और विजया एकादशी का व्रत किया जाता है। आज यानी 7 फरवरी को जया एकादशी मनाई जा रही है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सृष्टि के पालनकर्ता श्री हरि और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने से सभी इच्छाओं […]
पटना। फरवरी महीने में जया एकादशी और विजया एकादशी का व्रत किया जाता है। आज यानी 7 फरवरी को जया एकादशी मनाई जा रही है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सृष्टि के पालनकर्ता श्री हरि और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है।
जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। आइए जानते है जया एकादशी का शुभ मुहूर्त और महत्व। जया एकादशी 07 फरवरी 2025 रात 09 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगी। जो अगले दिन यानी 08 फरवरी 2025 को रात 08 बजकर 15 मिनट पर खत्म होगी। जया एकादशी के दिन पूजा का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 05:21 से 06:13 बजे तक का है। वहीं रवि योग सुबह 07:05 से शाम 06:07 बजे तक का होगा। अमृत काल की शुरूआत सुबह 09:31 से शुरू होकर 11:05 तक रहेगा।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक जया एकादशी का व्रत रखने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्रीराम ने भी लंका पर विजय प्राप्त करने से इसी व्रत का पालन किया था। इस व्रत को करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। वहीं मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। ऐसा कहा जाता है कि जया एकादशी के दिन व्रत करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इस दिन व्रत करने से सभी तरह की इच्छाएं पूरी होती हैं।
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लेना चाहिए। स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए। व्रत का संकल्प लेना चाहिए। । घर में पूजा स्थान में भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें। भगवान विष्णु को पीले फूल, धूप, तुलसी दल, दीप, फल, मिष्ठान आदि अर्पित करने चाहिए। भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें। जैसे ॐ नमो भगवते वासुदेवाय। जया एकादशी की कथा का पाठ करें। भगवान विष्णु की आरती करें। भगवान विष्णु को भोग लगाकर सब में प्रसाद बांट दें।