पटना: वैदिक पंचांग के मुताबिक, 3 अक्टूबर से हिंदुओं का पर्व नवरात्रि की शुरुआत होने वाली है। नवरात्रि के ठीक 1 दिन पहले यानी 2 अक्टूबर को इस साल 2024 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण का अधिक महत्व है।
जीवन में हो सकती है परेशानी
मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना होता है। यदि आप इन बातों का ख्याल नहीं रखते हैं तो आपके जीवन में हमेशा समस्या ही आती रहती हैं। तो आज इस खबर में हम जानेंगे कि सूर्य ग्रहण के समय क्या करना उचित है और क्या करना अनुचित।
ग्रहण के समय ये काम करने में कोई पाप नहीं
अगर आपने सूर्य ग्रहण से पहले खाना बना लिया है और अभी भी खाना बच गया है तो उस खाने में तुलसी के पत्ते डाल दें. ऐसा माना जाता है कि तुलसी के पत्ते डालने से भोजन अशुद्ध नहीं होता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करने वाले व्यक्ति को पानी में तुलसी के पत्ते डालने चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से आपके शरीर से सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाएंगी।
ज्योतिषियों के अनुसार, सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद धन, भोजन, दूध, दही, चीनी और कपड़े का दान करें। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
सबसे जरूरी बात ये है कि सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद घर के सभी कमरों में गंगा जल का छिड़काव करें. माना जाता है कि ऐसा करने से घर से नकारात्मक शक्तियां खत्म हो जाती हैं।
सूर्य ग्रहण के दौरान न करें ये काम
वैदिक ज्योतिष शास्त्र की माने तो सूर्य ग्रहण के समय भोजन या पानी का सेवन नहीं करना चाहिए।
सूतक काल शुरू होते ही घर में भोजन न पकाएं। यदि आप सूतक काल शुरू होने से पहले खाना बना लिए हैं तो उस खाने में तुलसी का पत्ता जरूर डालें।
सूर्य ग्रहण के समय किसी भी प्रकार का शुभ कार्य करने से बचें क्योंकि, ग्रहण के दौरान ब्रह्मांड में नकारात्मक ऊर्जाओं का वास होता है।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सूर्य ग्रहण के समय बालों में कंघी नहीं करें। साथ ही नाखून भी नहीं काटना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के समय प्रेग्नेंट महिलाएं चाकू, सुई और नुकीली चीजों से दूर ही रहें। इन्हें गलती से भी न छुए। साथ ही कही आने जाने से भी बचें।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ग्रहण के समय देवी-देवताओं की मूर्ति को नहीं छूना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से आपको पाप लग सकता है।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सूर्य ग्रहण के समय तुलसी और पीपल का पेड़ भी छूने से बचना चाहिए । इस दौरान तुलसी का पत्ता भी नहीं तोड़ना चाहिए।