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साल में दो बार सोमवती अमावस्या, स्नान-दान करने से मिलता है पितरों का आशीर्वाद, देखें शुभ मुहूर्त

पटना: इस बार सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर यानी सोमवार को मनाई जाएगी। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। हिंदू धर्म में अमावस्या को बहुत ही महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। 30 दिसंबर को अमावस्या हिंदू धर्म में अमावस्या […]

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  • December 28, 2024 6:41 am IST, Updated 10 months ago

पटना: इस बार सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर यानी सोमवार को मनाई जाएगी। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। हिंदू धर्म में अमावस्या को बहुत ही महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है।

30 दिसंबर को अमावस्या

हिंदू धर्म में अमावस्या को बहुत महत्वपूर्ण दिन माना जाता है और यह पितरों को समर्पित होता है। इस बार सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर, सोमवार को मनाई जाएगी। सोमवती अमावस्या साल में दो बार आती है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है और कालसर्प दोष और पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है। सोमवती अमावस्या के दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने की परंपरा है और पीपल के पेड़ की भी पूजा की जाती है।

शुभ मुहूर्त

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, सोमवती अमावस्या की तिथि 30 दिसंबर को सुबह 4:01 बजे शुरू होगी और तिथि 31 दिसंबर को सुबह 3:56 बजे समाप्त होगी। इस दिन स्नान और दान का शुभ समय 5:24 बजे से रहेगा। प्रातः 6.19 बजे तक.

साल में दो बार सोमवती अमावस्या

साल में दो बार सोमवती अमावस्या आती है। ऐसे में साल की आखिरी सोमवती अमावस्या बहुत खास मानी जाती है। इस बार सोमवती अमावस्या पर वृद्धि योग, ध्रुव योग, शिववास योग, नक्षत्र योग का संयोग बनने जा रहा है।

पूजन विधि

सोमवती अमावस्या के दिन पूजा करने के लिए सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें। इस दिन गंगा स्नान का अधिक महत्व है इसलिए इस दिन गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए और उसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद मिलता है और पूजा के बाद अपनी क्षमता के अनुसार दान करें।


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