पटना। इस साल की परिवर्तिनी एकादशी आज यानी 14 सितंबर को मनाई जा रही है। आज के दिन कई महिलाए और लड़किया व्रत रखती है। आज के दिन भगवान विष्णु के 5वें अवतार वामन देव की पूजा की जाती है। जो लोग वामन परिवर्तनी का व्रत रखते है। उनको हजारों अश्वमेध यज्ञ कराने के बराबर […]
पटना। इस साल की परिवर्तिनी एकादशी आज यानी 14 सितंबर को मनाई जा रही है। आज के दिन कई महिलाए और लड़किया व्रत रखती है। आज के दिन भगवान विष्णु के 5वें अवतार वामन देव की पूजा की जाती है। जो लोग वामन परिवर्तनी का व्रत रखते है। उनको हजारों अश्वमेध यज्ञ कराने के बराबर पुण्य प्राप्त होता है।
परिवर्तनी एकादशी का व्रत करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस साल परिवर्तिनी एकादशी के दिन शुभ योग भी बन रहे हैं। विष्णु पूजा के दौरान रवि योग और शोभन योग बनेगा। 14 सितंबर को परिवर्तिनी एकादशी का मुहूर्त सुबह 6 बजकर 6 मिनट से आरंभ होगा। व्रत के दिन राहुकाल सुबह 09:11 बजे से 10:44 बजे तक है। जिसमें भगवान की पूजा करना वर्जित है। रवि और शोभन योग में आपको भगवान वामन की पूजा कर लेनी चाहिए। इस दिन पाताल की भद्रा सुबह 09:41 बजे से रात 08:41 बजे तक रहेगी।
सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लेना चाहिए। नहाने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें। फिर हाथ में जल और फूल लेकर परिवर्तिनी एकादशी के अवतार वामन देवता की पूजा करें। उसके बाद शुभ मुहूर्त में भगवान वामन या फिर श्रीहरि विष्णु की मूर्ति या को स्थापित करे। मूर्ति को गंगाजल और पंचामृत चढ़ाए। फिर चंदन, फूल, माला, पीले वस्त्र आदि से उनका श्रृंगार करें। उसके बाद पीले अक्षत्, फूल, तुलसी के पत्ते, गुड़, हल्दी, रोली, फल, नैवेद्य आदि अर्पित करें। वामन देवता की पूजा करें।