दरिद्रता दूर करनी है तो निर्जला एकादशी के दिन करें ये कुछ काम, रहेंगे खुश

0
148
एकादशी के दिन करें ये कुछ काम
एकादशी के दिन करें ये कुछ काम

पटना : सनातन धर्म में निर्जला एकादशी का अपना एक खास महत्व है। इस तिथि पर लोग धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक कुछ नियमों का पालन करते हैं। बता दें सभी एकादशी में निर्जला एकादशी बेहद कठिन व्रत होता है। क्योंकि इस तिथि पर लोग बिना खाए पिए उपवास रखते हैं। इस तिथि पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही कुछ खास नियम को इस तिथि पर मानाने से माना जाता है कि लोगों के घर से दरिद्रता दूर हो जाती है। ऐसे में चलिए जानते हैं कुछ उपाय।

होगी सुख समृद्धि और धन-धान्य की वृद्धि

निर्जला एकादशी के दिन अगर आप कुछ ऐसे कार्य करते हैं जो माता लक्ष्मी को रुष्ट करती है, तो ऐसे कार्य को करने से बचें। तो ऐसे में जातक को इस तिथि पर नियम व विधि विधान के साथ व्रत का पालन करना चाहिए। ऐसे में आपके घर में सुख समृद्धि और धन-धान्य की वृद्धि होगी. इसके साथ ही आप सभी पापों से मुक्त होंगे। मृत्यु के पश्चात लोगों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. अगर आप भी निर्जला एकादशी के दिन व्रत करते है तो जानें क्या है सही नियम?

18 जून को निर्जला एकादशी

इस बार 18 जून को निर्जला एकादशी का व्रत है. 19 जून को सूर्योदय के बाद ही इस व्रत का पारण होगा. निर्जला एकादशी के तिथि पर विधि विधान के साथ भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से सभी दुखों से छुटकारा मिलता है. इस बार निर्जला एकादशी के दिन बेहद अद्भुत संयोग बनेगा। निर्जला एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, शिववास की साथ हस्ता नक्षत्र रहने वाला है, जो बेहद शुभ योग माना जाता है. लेकिन निर्जला एकादशी के दिन कुछ कार्य ऐसे हैं जो गलती से भी नहीं करने चाहिए .

चाबल न बनाएं

निर्जला एकादशी पर घर में चावल नहीं बनाना चाहिए। इसके साथ इस दिन चाबल का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से व्रत निष्फल माना जाता है.

तामसिक भोजन ना करें

एकादशी के दिन अगर आप तामसिक भोजन करते हैं तो माता लक्ष्मी और रुष्ट हो जाएंगी और घर में दरिद्रता बना ही रहेगा।

तुलसी का पत्ता न तोड़ें

निर्जला एकादशी के दिन तुलसी का पत्ता गलती से भी नहीं तोड़ें और ना ही उस दिन तुलसी में जल चढ़ाएं. माना जाता है कि उस दिन मां तुलसी भी उपवास रखती हैं.

बेड पर ना सोएं

इस तिथि पर बेड पर नहीं सोना चाहिए, हो सके तो जमीन पर ही आप सोए.