पटना। सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का बहुत महत्व है। अक्षय का मतलब है जिसका कभी क्षय न हो या जो कभी नष्ट न हो। इसी कारण हिंदू धर्म (Hindu Dharam) में अक्षय तृतीया को अतिशुभ माना गया है। इस दिन को मांगलिक और शुभ कार्यों के लिए अति उत्तम बताया गया है। बता दें […]
पटना। सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का बहुत महत्व है। अक्षय का मतलब है जिसका कभी क्षय न हो या जो कभी नष्ट न हो। इसी कारण हिंदू धर्म (Hindu Dharam) में अक्षय तृतीया को अतिशुभ माना गया है। इस दिन को मांगलिक और शुभ कार्यों के लिए अति उत्तम बताया गया है। बता दें कि पौराणिक ग्रंथों में अक्षय तृतीया (Akshay Trithiya) को लेकर बताया गया है कि इसी दिन से त्रेता युग (Tretayug) की शुरुआत हुई थी। त्रेता युग को मानवकाल का द्वितीय युग कहा गया है।
त्रेता युग में ही भगवान विष्णु (Lord Vishnu) ने प्रभु श्रीराम (Lord Ram) के रूप में अवतार लेकर पूरे विश्व को त्याग और समर्पण का संदेश दिया था। भगवान राम की शिक्षाएं मनुष्य को महान बनाने के लिए प्रेरणा देती हैं। अक्षय तृतीया (Akshay Trithiya) का पर्व प्रभु राम की उपासना का भी पर्व होता है। इस पर्व को लोगों में ये धारणा है कि इस दिन शुभ कार्य के लिए पंचांग देखने की भी आवश्यकता नहीं होती। अक्षय तृतीया का पर्व सभी शुभ पर्वों में विशेष और महत्वपूर्ण है।
ऐसा कहा जाता है कि इस दिन धन कुबेर को धन को भंडार मिला था, इसीलिए इस दिन को खरीदारी के लिए भी शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन सोना यानी गोल्ड खरीदना भी शुभ माना गया है। इस दिन सोना खरीदने से समृद्धि आती है।
हिंदू कैलेंडर (Hindu Calendar) के मुताबिक, अक्षय तृतीया (Akshay Trithiya) का पर्व हिंदू मास, वैशाख माह (Vaishakh Month) में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। मई (May) में पड़ने वाला ये खास पर्व सोना (Gold) खरीदने के वालों के लिए विशेष है। लोग इस पर्व का पूरे साल इंतजार करते हैं। अक्षय तृतीया का पर्व 10 मई 2024, शुक्रवार के दिन पड़ रहा है। कई सालों बाद ऐसा संयोग बन रहा है, जब वैशाख, शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि शुक्रवार के दिन पड़ रही है।
शुक्रवार का दिन धन की देवी लक्ष्मी जी (Laxmi Ji) को समर्पित होता है। ऐसे में अक्षय तृतीया (Akshay Trithiya 2024) का पर्व शुक्रवार के दिन मनाए जाने के कारण इस पर्व का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। इसीलिए इस दिन सोना के साथ अन्य चीजों की खरीदारी शुभ मानी गई है। अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी (Maa Laxmi), धन के देवता कुबेर (Kuber) और गणेश जी (Ganesh Ji) की विशेष पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि पंचांग (Hnidu Panchang) के मुताबिक वैशाख शुक्ल की तृतीया कब से आरंभ होगी।
अक्षय तृतीया 10 मई, 2024, शुक्रवार
अक्षय तृतीया का पूजा मुहूर्त -सुबह 05:33 से दोपहर 12:18 तक
अक्षय तृतीया पूजन मुहूर्त- कुल 06 घण्टे 44 मिनट तक
वहीं 10 मई 2024, शुक्रवार के दिन अगर आप गोल्ड (Gold) खरीदना चाहते हैं, तो इस दिन प्रात: 05 बजकर 33 मिनट से लेकर 11 मई सुबह 02.50 मिनट तक खरीदारी कर सकते हैं। इस दिन सोना के साथ-साथ गैजेट्स, एसी, फ्रिज, होम एप्लाइंसेस, मोबाइल, खेल का सामान आदि की भी खरीददारी कर सकते हैं।