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Lok Sabha Election: चौथे चरण के चुनाव में पांच सीटों पर कांटे की टक्कर, इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

पटना। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के मद्देनजर कल सोमवार (13 मई) को बिहार में चौथे चरण की पांच संसदीय सीटों पर मतदान होना है। ये 5 सीटें दरभंगा, उजियारपुर, मुंगेर, बेगूसराय, समस्तीपुर हैं। बता दें कि चौथे चरण के लिए शनिवार शाम से ही चुनावी प्रचार का शोर-गुल थम चुका है। इन सीटों पर […]

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Lok Sabha Election: Close contest on five seats in the fourth phase of elections, the reputation of these veterans is at stake.
  • May 12, 2024 8:06 am IST, Updated 1 year ago

पटना। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के मद्देनजर कल सोमवार (13 मई) को बिहार में चौथे चरण की पांच संसदीय सीटों पर मतदान होना है। ये 5 सीटें दरभंगा, उजियारपुर, मुंगेर, बेगूसराय, समस्तीपुर हैं। बता दें कि चौथे चरण के लिए शनिवार शाम से ही चुनावी प्रचार का शोर-गुल थम चुका है। इन सीटों पर राजग का कब्जा है। जिसमें तीन भाजपा, एक जद (एकी) और एक लोजपा शामिल है। हालांकि, लेकिन सभी पांच सीटों में से तीन पर राजद, एक पर कांग्रेस और एक सीट पर भाकपा से कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है।

इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर (Lok Sabha Election)

ऐसे में दो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्याननंद राय, जद (एकी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसके अलावा बिहार के दो मंत्रियों के बेटा-बेटी के समस्तीपुर सीट पर आमने-सामने होने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल खड़ा हो गया है। क्योंकि दोनों एक ही दल के मंत्री हैं।

सबसे कम उम्मीदवार दरभंगा में

बता दें कि इन पांच सीटों पर कुल 95 लाख 83 हजार से अधिक मतदाता है। जो 55 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। इनमें चार महिलाएं शामिल हैं। इन सीटों में सबसे कम आठ उम्मीदवार दरभंगा में हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के निवर्तमान सांसद गोपालजी पाठक और राजद के ललित यादव के बीच है।

इन प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर (Lok Sabha Election)

वहीं अगर बात करें 2019 के लोकसभा चुनाव की तो राजद उम्मीदवार अब्दुलबारी सिद्दीकी को इन्होंने 2 लाख 67 हजार से अधिक मतों से हराया था। दूसरी तरफ उजियारपुर में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री भाजपा उम्मीदवार नित्याननंद राय और बिहार के पूर्व मंत्री राजद प्रत्याशी आलोक कुमार मेहता के बीच कांटे की टक्कर है। जबकि 2019 में नित्यानंद राय के सामने रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा थे और 2 लाख 77 हजार मतों से हारे थे।

इसके अलावा जद (एकी) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह तीसरी बार मुंगेर के सांसद बनने के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इस बार उनका मुकाबला बाहुबली अशोक महतो की पत्नी व राजद प्रत्याशी अनिता देवी से है। समस्तीपुर से कभी कर्पूरी ठाकुर सांसद बने थे। शांभवी बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं और मंत्री रहे महाबीर चौधरी की पौत्री हैं। जिन्हें राजग के लोजपा (र) घटक दल की तरफ से टिकट दिया गया है।

वहीं कांग्रेस की तरफ से सन्नी हजारी को इंडिया गठबंधन की तरफ से चुनावी जंग में उतारा गया है। ये बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे हैं। जबकि बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री व भाजपा उम्मीदवार गिरिराज सिंह के सामने भाकपा के अवधेश राय चुनावी मैदान में है।


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