पटना। बिहार में कई ऐसे बाहुबली नेता है। जिन्होंने खुद मैदान में न उतरकर अपनी पत्नियों को चुनाव के मैदान में उतारा है।पत्नियों को लोकसभा तक पहुंचाने के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया। पहले अलग-अलग दलों से सिफारिश की पत्नियों को टिकट दिलवाने के लिए। उसके बाद जनता के पास पहुंचे पत्नियों को सेवा […]
पटना। बिहार में कई ऐसे बाहुबली नेता है। जिन्होंने खुद मैदान में न उतरकर अपनी पत्नियों को चुनाव के मैदान में उतारा है।पत्नियों को लोकसभा तक पहुंचाने के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया। पहले अलग-अलग दलों से सिफारिश की पत्नियों को टिकट दिलवाने के लिए। उसके बाद जनता के पास पहुंचे पत्नियों को सेवा का मौका देने के लिए। लेकिन,जब नतीजे आए तो बाहुबलियों की पत्नियों को बिहार की जनता ने नकार दिया है।चुनाव के नतीजे आ चुके है। इस चुनाव में पांच बाहुलियों ने अपनी पत्नियों को मैदान में उतारा था। जिसमें से तीन को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं दो को जीत मिली है।
बीमा भारती (आरजेडी)
पूर्णिया सीट पर बाहुबली का जोर देखने को मिला। कुख्यात अपराधी अवधेश मंडल की पत्नी बीमा मंडल को आरजेडी ने पूर्णिया सीट से टिकट दिया था। इस सीट पर बीमा के सामने बाहुबली नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव थे। बीमा को 27017 वोट प्राप्त हुए है। ये नोटा के 23,819 वोटों के बराबर हैं। पप्पू यादव को 567556 वोट प्राप्त हुए। दूसरे नंबर पर जदयू के संतोष कुमार को 543709 वोट मिले। पप्पू ने 23847 वोटों से जीत हासिल की।बीमा भारती की को पप्पू यादव ने पूर्णिया सीट से हरा दिया।
हिना शहाब (निर्दलीय)
सिवान सीट से बाहुबली मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब( निर्दलीय) मैदान में उतरीं। शहाबुद्दीन की कोरोनाकाल में मृत्यु हो गई थी। वह 2007 में अपहरण के बाद हत्या किए जाने के मामले में जेल में बंद थे। इस चुनाव में शहाबुद्दीन की पत्नी को हार का सामना करना पड़ा। इस सीट से जेडीयू की विजयलक्ष्मी देवी ने 92857 वोटों से चुनाव जीती है। हिना को 293651 वोट मिले। जबकि विजयलक्ष्मी को 386508 वोट मिले।
शिवहर में लवली आनंद की जीत(जेडीयू)
हत्या के मामले में दोषी रहे आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने जेडीयू के टिकट पर चुनाव जीता हैं। उन्होंने शिवहर सीट पर 29,143 वोटों से जीत दर्ज की। लवली को 476612 वोट मिले। दूसरे नंबर आरजेडी की रितू जायसवाल को 447469 वोट मिले। बाहुबली आनंद मोहन 1996 और 1998 में शिवहर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। आनंद मोहन पिछले साल अप्रैल में जेल से रिहा हुए थे,जब नीतीश कुमार सरकार ने जेल नियमावली में कुछ बदलाव किए। जिसके बाद उनकी रिहाई हुई थी। आनंद मोहन 1994 में गोपालगंज डीएम जी. कृष्णैया के हत्या के आरोप में 16 साल जेल की सजा काटने के बाद जेल से रिहा किया गया था।
अनीता कुमारी (आरजेडी)
2024 लोकसभा चुनाव में अनीता कुमारी ने मुंगेर सीट से चुनाव लड़ा। उनके सामने जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह थे।ललन ने 80,870 वोटों से चुनाव जीता है। वहीं अनीता को हार का सामना करना पड़ा। अनीता कुमारी नवादा के बाहुबली और आरोपी छवि के नेता अशोक महतो की पत्नी हैं।2023 में अशोक महतो 17 साल कारवास काटने के बाद जेल से रिहा हुए हैं।
सिवान में विजयलक्ष्मी की जीत(जेडीयू)
सिवान से जेडीयू के टिकट पर चुनाव जीतने वालीं विजयलक्ष्मी देवी बाहुबली नेता रमेश सिंह कुशवाहा की पत्नी हैं।रमेश CPI MLसे संबंधित हैं और शिवजी दुबे हत्याकांड के मुख्य आरोपी भी हैं और वह जेल भी जा चुके हैं। रमेश सिंह कुशवाहा खुद पूर्व विधायक हैं। नीतीश कुमार ने इस बार कविता का टिकट काटकर विजयलक्ष्मी देवी को सिवान से उम्मीदवार बनाया था।