पटना। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में बीजेपी कि नज़र यादवों के वोट बैंक पर है। ऐसा माना जा रहा है कि इसी कारण बीते मंगलवार को बीजेपी ने पटना के बापू सभागार में गोवर्धन पूजा पर यदुवंशी समाज मिलन समारोह का आयोजन किया था। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी यह […]
पटना। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में बीजेपी कि नज़र यादवों के वोट बैंक पर है। ऐसा माना जा रहा है कि इसी कारण बीते मंगलवार को बीजेपी ने पटना के बापू सभागार में गोवर्धन पूजा पर यदुवंशी समाज मिलन समारोह का आयोजन किया था। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी यह दावा कर रही है कि यादव समाज के 21 हजार लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली है। अब इसे लेकर राजनीति जारी है। अब इसी बीच गुरुवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से यह सवाल किया गया कि क्या यादवों को आरजेडी से अलग करने की कोशिश कि जा रही है? इस पर तेजस्वी यादव ने बीजेपी के यदुवंशी सम्मेलन को लेकर कहा कि छोड़ दीजिए, करने दीजिए, क्या दिक्कत है? किसी को मनाही है? लोकतंत्र है, जिसको जो मर्जी है वो करे और खूब प्रयास करें। तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि हमारी शुभकामना है।
दरअसल, गुरुवार की सुबह को तेजस्वी यादव और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ममता बनर्जी के भतीजे की शादी में शामिल होने के लिए रवाना हुए हैं। इस दौरान पटना से कोलकाता जाने के दौरान तेजस्वी यादव ने बीजेपी को तंज कसते हुए शुभकामनाएं दी हैं।
देश भर में अगले साल लोकसभा का चुनाव होने वाला है। इसी बीच बिहार में जाति आधारित जनगणना कि रिपोर्ट जारी की गई थी। इस दौरान सर्वे में यादव जाति की संख्या सबसे ज्यादा बताई गई है। जिसके बाद से इसे लेकर लगातार राजनीति हो रही है। वहीं दूसरी तरफ यदुवंशी समाज के मिलन समारोह को देखकर ऐसा लग रहा है कि बीजेपी अभी से रणनीति बनाने में जुटी है। इसे लेकर बीजेपी ने 21 हजार यादवों को जोड़ने की बात कही है। हालांकि इसमें यादव समाज के किसी बड़े नेता का नाम शामिल नहीं है।