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World Milk Day: हर साल आज के ही दिन मनाया जाता है वर्ल्ड मिल्क डे, जानें कैसे हुई इसकी शूरूआत

पटना। भारतीय घरों में सबसे ज्यादा दूध(World Milk Day)का उपयोग किया जाता है। हर साल आज के ही दिन मनाया जाता है वर्ल्ड मिल्क डे(World Milk Day), जानें कैसे हुई इसकी शूरूआत। पारंपरिक तौर पर भी इसका बहुत महत्व है। डॉक्टर्स भी दूध पीने के लिए सलाह देते है। दूध को हमारे शरीर के लिए […]

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World Milk Day: Every year World Milk Day is celebrated on this day, know how it started
  • May 31, 2024 9:52 am IST, Updated 10 months ago

पटना। भारतीय घरों में सबसे ज्यादा दूध(World Milk Day)का उपयोग किया जाता है। हर साल आज के ही दिन मनाया जाता है वर्ल्ड मिल्क डे(World Milk Day), जानें कैसे हुई इसकी शूरूआत। पारंपरिक तौर पर भी इसका बहुत महत्व है। डॉक्टर्स भी दूध पीने के लिए सलाह देते है। दूध को हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि 1 जून के दिन वर्ल्ड मिल्क डे मनाया जाता है और इसे क्यो मनाया जाता है। दूध पीने से शरीर में ताकत आती है और हमारे शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते है। बचपन में आप सभी ने सुना होगा कि रात को दूध पीने से अच्छी नींद आती है। भारतीय घरों मे दूध को सुबह शाम दोनों टाइम पीया जाता है। दूध के महत्व को ध्यान में रखते हुए हर साल 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है। आज हम जानेंगे कि इसकी शुरूआत कहां से हुई।

वर्ल्ड मिल्क डे का इतिहास

दूध को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 1 जून को वर्ल्ड मिल्क डे मनाया जाता है। वहीं इस दिन को मनाने की शुरूआत साल 2001 में हुई थी। जब संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन ने अतंर्राष्ट्रीय दुग्ध दिवस की स्थापना की थी। दुग्ध दिवस मनाने का मकसद लोगों को दूध से होने वाले लाभ के बारे में बताने के लिए की गई थी। दूध पीना कई मायनों में शरीर के लिए फायदेमंद साबित होता है। डॉक्टर्स भी ब्च्चों से लेकर बुर्जुगों सभी को दूध पीने की नसीहत देते है। भारतीय घरों में दूध से ज्यादा चाय पंसद की जाती है, लेकिन दूध चाय से ज्यादा फायदेमंद होती है।

वर्ल्ड मिल्क डे मनाने के पीछे के कारण

दुग्ध दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को दूध की पोष्टिकता के प्रति जागरूक करना था। इस दिवस के जरिए लोगों को यह भी बताना था कि दूध कैसे स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं एवं समुदायों को लाभ पहुंचा सकता है। एफएओ के अनुसार लगभग 6 अरब लोग डेयरी उत्पादों का उपयोग करते है। इसके अलावा डेयरी व्यवसाय एक अरब से ज्यादा लोगो के आजीविका का साधन है। डेयरी व्यवसाय से कितने लोगों को रोजगार प्रदान करता है।

वर्ल्ड मिल्क डे की थीम

बता दें कि हर वर्ष दुग्ध दिवस की एक खास थीम होती है। इसे एक खास थीम पर मनाया जाता है। इस थीम से विश्वभर के लोगों को दुग्ध दिवस के मौके पर जागरूक किया जाता है। पिछले साल 2023 की थीम थी कि पौष्टिक आहार और आजीविका देते हुए कैसे वातावरण के फुटप्रिंट्स को कम कर रहा है।

नेशनल मिल्क डे

भारत में हर साल नेशनल मिल्क डे 26 नवंबर को मनाया जाता है। भारत में इस दिन को डॉक्टर वर्गीज कुरियन के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है। इन्होनें ही भारत में दुग्ध क्रांति की शुरूआत की थी। वर्गीज कुरियन को मिल्क मैन के नाम से भी जाना जाता है।


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